जयपुर के नजदीक टोंक जिले में पुलिस ने हनीट्रैप मामले में अहम कार्रवाई करते हुए आरोपी पति और पत्नी को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने पति और पत्नी को एक शख्स से पचास हजार रुपये लेते हुए रंगे हाथो पकड़ा। पुलिस ने आरोपियों के पास से कुल चालीस हजार नगद और एक बाइक भी बरामद की. पाया गया कि इस जोड़े ने एक आदमी का नग्न वीडियो बनाया और उसे अपने जाल में फंसाया उसके बाद में, वे उससे उस विडिओ के माध्यम, से उसे डरा धमका कर जबरन वसूली में लगे हुए थे।
6 अगस्त को पीड़ित को टोंक में स्थित के एक कमरे में बुलाया गया. वहां महिला ने उसे प्यार में फंसाने की कोशिश की। इसी बीच पीड़ित को कुछ बातें कहकर अर्धनग्न कर दिया गया। इसी दौरान उसके पति ने उसके अर्धनग्न का वीडियो बना लिया. इसके बाद दंपति ने पीड़ित को धमकी दी कि वे यह विडिओ वायरल कर देंगे और उसे फर्जी बलात्कार के मामले में फंसा देंगे। दंपति ने परिवादी पर यह आरोप लगाने की धमकी दी और इन आरोपों के आधार पर उससे 2 लाख रुपये की मांग की.
डरे हुए परिवादी ने आरोपो से बचने के लिए उन दोनों पति और पत्नी को 1 लाख 70 हजार रुपए दे भी दिए थे। लेकिन उसके बाद भी दंपति उसे फंसाने की धमकी देते रहे. परेशान होकर पीड़ित ने टोंक के पुराने थाने में शिकायत दर्ज कराई। एसपी ने बताया कि पीड़ित की मानसिक स्थिति व मामले की गंभीरता को देखते हुए पूर्व टोंक के पुलिस अधीक्षक राजर्षि राज वर्मा ने के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया.
इसके बाद प्रतिवादियों से संपर्क किया गया और शिकायतकर्ता को वहां भेजा गया. मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी दंपत्ति को 50 हजार रुपये छीनते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। जाँच पड़ताल के बाद यह पता चला की आरोपी पति का नाम खुशीराम प्रजापत है और उसके खिलाफ पहले से ही पॉक्सो समेत 8 मामले दर्ज हैं. साथ ही यह भी पता चला की वो जेल से कुछ दिन पहले ही जेल से छूटा था.और उसकी पत्नी संजना रेगर ने टोंक के छावनी इलाके में एक कमरा किराए पर लेकर इस पूरी घटना को अंजाम दिया.
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