फिलिस्तीनी आतंकी समूह हमास ने शनिवार को सुबह-सुबह इजरायल पर हमला कर दिया। हमास ने 30 मिनट के अंदर ही इजरायल पर 5000 रॉकेट दाग दिए। इसके साथ ही हमास ग्रुप के आतंकी ने इजरायल में भी घुसपैठ कर सेना की गाड़ी को कब्ज़ा में ले लिया एवं 5 सैनिक का अपहरण कर लिया। हमास के हमले में 100 लोगों के मारे जाने की भी सूचना है। इजरायल ने भी जवाबी हमला के लिए अपने फाइटर जेट उतार दिए। इजरायल ने ऑपरेशन आयरन स्वॉर्ड्स शुरू किया है।
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आतंकी संगठन हमास के नेता मोहम्मद डेफ ने बयान दिया है कि हमास ने इजरायल के खिलाफ एक नया सैन्य ऑपरेशन शुरू किया है जिसका नाम “ऑपरेशन अल-अक्सा स्टॉर्म ” रखा है। डेफ ने सभी फिलिस्तीनी से इजरायल का सामान करने का आग्रह किया है।
फिलिस्तीन और इजरायल के बीच के संघर्ष का क्या है इतिहास
बात 19वीं सदी के अंत और 20वीं सदी के शुरुआत की है। फिलिस्तीन एक अरब देश है और वहां यहूदियों का उत्पीड़न हो रहा था। यहूदियों ने अपने उत्पीड़न के खिलाफ जायोनी आंदोलन चलाया। पहले विश्वयुद्ध के बाद फिलिस्तीन पर इंग्लैंड का नियंत्रण स्थापित हुआ। ब्रिटेन के तत्कालीन विदेश सचिव जेम्स बाल्फोर की अध्यक्षता में यहूदी मातृभूमि की स्थापना करने की घोषणा की गई । इस घोषणा ने इजरायल के देश बनने का नींव तैयार कर दिया।
1930 में जर्मनी में नाजी का शासन आता है और यहूदियों का उत्पीड़न शुरू हो जाता है। यहूदी जर्मनी छोड़कर फिलिस्तीन में आ जाते हैं और धीरे-धीरे फिलिस्तीन में यहूदियों का विस्तार होने लगता है। यहीं से फिलिस्तीन के मूल निवासी अरब और यहूदियों के बीच संघर्ष शुरू हो जाता है।
वर्ष 1947 में ब्रिटेन द्वारा फिलिस्तीन में चल रहे अरब और यहूदी के बीच के संघर्ष पर संयुक्त राष्ट्र में एक प्रस्ताव भेजा गया। इस प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा फिलिस्तीन को दो भागों में बांटने का निर्णय लिया गया। एक भाग अरब को और दूसरा भाग यहूदियों को दे दिया गया। इस निर्णय को यहूदियों द्वारा सहर्ष स्वीकार कर लिया जाता है लेकिन अरब इसे स्वीकार नहीं करता। 1948 में इजरायल का गठन हो जाता है और ब्रिटेन अपनी सेना वहां से वापस बुला लेता है। भारत उस समय इजरायल के खिलाफ और फिलिस्तीन के पक्ष में मतदान किया था।
1948-49 में अरब के चार देश मिश्र, जॉर्डन, इराक और सीरिया मिलकर इजरायल पर हमला कर देते हैं लेकिन लंबी लड़ाई के बाद इजरायल इस लड़ाई को जीतने में कामयाब रहता है।
आतंकी संगठन हमास की स्थापना
आतंकी संगठन हमास की स्थापना वर्ष 1987 में की गई। इसका उद्देश्य है फिलिस्तीन का एकीकरण करना और इजरायल को कमजोर करना। फिलिस्तीन आतंकी संगठन हमास के माध्यम से एक छद्म युद्ध लड़ रहा है। इस आतंकी संगठन को सीरिया और ईरान का समर्थन प्राप्त है।