उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में रेलवे की लापरवाही के चलते दो ट्रेनें कई घंटों तक स्टेशन पर खड़ी रहीं और इस पर सवार हजारों यात्री बेहाल रहे। दरअसल इन दोनों ट्रेनों के लोको पायलटों (ड्राइवर) ने अपनी ड्यूटी खत्म होने का हवाला दिया और ट्रेनों को रेलवे स्टेशन पर खड़ी करके खुद आराम करने चले गए. इनमें से एक ट्रेन करीब चार घंटे तक रेलवे स्टेशन पर खड़ी रही, जबकी दूसरी के यात्री भी दो घंटे से ज्यादा ट्रेन चलने का इंतजार करते रहे.
वहीं कई घंटों तक ट्रेनों के न चलने से परेशान यात्रियों ने स्टेशन पर हंगामा शुरू कर दिया और दूसरी ट्रेनों को रोकने लगे. यात्रियों के मुताबिक ट्रेन के ड्राइवर की ड्यूटी खत्म हो चुकी है और उन्हें नींद आ रही है, इसलिए वह आगे ट्रेन लेकर नहीं जाएगा। लेकिन फिर भी रेलवे के अधिकारियों ने दूसरे ड्राइवरों की व्यवस्था नहीं की। जो ट्रेन को आगे की यात्रा के लिए लेकर जाए.
यह पूरा मामला बाराबंकी जिले के बुढ़वल रेलवे स्टेशन का है, जहां सहरसा-नई दिल्ली एक्सप्रेस यात्रियों को सहरसा से लेकर नई दिल्ली के लिए जा रही थी. जब सहरसा एक्सप्रेस दोपहर करीब 1 बजे बुढ़वल रेलवे स्टेशन पर पहुंची तो इसका ड्राइवर ट्रेन से उतरकर आराम करने चला गया. काफी देर तक यात्रियों को कुछ समझ में नहीं आया कि ट्रेन क्यों खड़ी है. जब उन्होंने रेलवे स्टेशन पर जाकर पूछताछ की तो पता चला कि ट्रेन के ड्राइवर की ड्यूटी खत्म हो गई है, इसलिए वह अब आगे नहीं जाएगा. यात्रियों ने जब दूसरे ड्राइवर की व्यवस्था करने को कहा तो स्टेशन मास्टर ने कोई जवाब नहीं दिया और यात्रियों की मदद करने के बजाय अपने हाथ खड़े कर दिए. इसके बाद परेशान हजारों यात्रियों ने स्टेशन पर हंगामा शुरू कर दिया और दूसरी ट्रेन को जबरदस्ती रुकवा दिया. हालात बिगड़ता देखकर पुलिस भी मौके पर पहुंची. वहीं बवाल बढ़ता देखकर रेलवे के अधिकारियों मे किसी तरह ट्रेन के ड्राइवर को समझा-बुझाकर ट्रेन को आगे रवाना किया.
सहरसा-नई दिल्ली एक्सप्रेस के रवाना होने के रेलवे के अधिकारियों ने राहत की सांस ली ही थी कि उसके कुछ देर बाद ही बुढ़वल रेलवे स्टेशन पर 15205 लखनऊ-बरौनी एक्सप्रेस पहुंची और वहीं खड़ी हो गई. शाम करीब 5 बजे बुढ़वल स्टेशन पर पहुंची लखनऊ-बरौनी एक्सप्रेस जब काफी देर तक वहां से आगे नहीं चली तब यात्रियों ने इसकी जानकारी ली. उनको पता चला कि इस ट्रेन के ड्राइवर ने भी ड्यूटी टाइम खत्म होने का हवाला देकर आगे जाने से इनकार कर दिया है.
ड्राइवर के मुताबिक, उसे नींद आ रही है, इसलिए वह आगे ट्रेन लेकर नहीं जाएगा. जब दूसरी ट्रेन के खड़ी होने की जानकारी रेलवे विभाग सहित मौके पर मौजूद अधिकारियों को हुई तो उनके होश उड़ गए. गुस्साए यात्रियों ने भी रेलवे स्टेशन पर ही हंगामा काटना शुरू कर दिया। यात्रियों को हंगामा करते देख रेलवे प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। उन्होंने ड्राइवर से काफी मान-मन्नौवल की, लेकिन वह आगे ट्रेन ले जाने को तैयार ही नहीं हुआ.
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यात्रियों के मुताबिक जब ट्रेन के ड्राइवर की ड्यूटी पूरी हो चुकी थी तो दूसरे ड्राइवर को ट्रेन आगे ले जाने के लिए भेजना चाहिए था, लेकिन कई घंटे तक रेलवे विभाग की लापरवाही के चलते ट्रेन खड़ी रही. उन लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. उनका कहना है कि वह भूखे-प्यासे यहां पर मर रहे हैं, लेकिन रेलवे को इसकी चिंता ही नहीं है। वहीं रेलवे स्टेशन पर दो ट्रेन खड़ी हो जाने के चलते कई दूसरी यात्री ट्रेनें भी प्रभावित हुई हैं.