2024 लोकसभा चुनाव की तैयारियां सभी दलों ने शुरू कर दी है। विपक्षी जहां “INDIA” नाम के नए गठबंधन के साथ अगले लोकसभा चुनाव की तैयारी में लगा हुआ है। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी भी अपने गठबंधन के साथियों के साथ नई समीकरण बनाने में जुटी हुई है। इसके साथ ही बीजेपी अपने सांसदों का रिपोर्ट कार्ड भी देख रही है। विपक्षी गठबंधन का अगुआ बना राज्य बिहार लोकसभा चुनाव की दृष्टि से बीजेपी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। बीजेपी बिहार में लोकसभा की अधिक से अधिक सीटें जितने की तैयारी में लगी हुई है। इसके लिए बीजेपी ने अच्छे प्रदर्शन नहीं करने वाले और अधिक उम्र होने के कारण कुल 10 सांसदों का टिकट काटने जा रही है तो वहीं कुछ सांसदों का सीट भी बदला जाएगा।
अच्छे प्रदर्शन नहीं करने वालों में पार्टी सूत्रों के मुताबिक, सारण से राजीव प्रताप रूढ़ी, शिवहर से रमा देवी, सासाराम से छेदी पासवान, दरभंगा से गोपाल जी ठाकुर, मधुबनी से अशोक यादव सहित आरा से आर के सिंह का टिकट कट सकता है।
अधिक उम्र होने के कारण मोतिहारी से राधा मोहन सिंह, पटना साहिब से रवि शंकर प्रसाद, बक्सर से अश्विनी चौबे का टिकट कट सकता है। पटना साहिब से जेडीयू छोड़कर भाजपा में आने वाले अजय आलोक या भाजपा के राष्ट्रीय सचिव ऋतुराज सिन्हा चुनाव लड़ सकते हैं। रवि शंकर प्रसाद को संगठन में बड़ी जिम्मेदारी या राज्यपाल बना के उनको सम्मान जनक विदाई राजनीति से दी जा सकती है। वहीं बक्सर से अश्विनी चौबे की जगह दिल्ली बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी चुनाव लड़ सकते हैं।
जिन सांसदों का सीट बदलने की संभावना है उसमें बेगूसराय से गिरिराज सिंह है जो आगामी लोकसभा चुनाव नालंदा से लड़ेंगे। 2019 लोकसभा चुनाव में भी उनके मन के विपरीत उन्हें बेगूसराय भेजा गया था। उनकी जगह बेगूसराय से राज्यसभा सांसद और आरएसएस से आने वाले राकेश सिन्हा को टिकट मिल सकती है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय भी अपनी सीट बदलने वाले हैं। उनकी जगह उजियारपुर से बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी चुनाव लड़ सकते है।