केंद्र सरकार ने सोमवार को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) योजना की 19वीं किश्त का ट्रांसफर किसानों के खाते में कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस राशि का वितरण बिहार के भागलपुर दौरे के दौरान किया। इस ट्रांसफर के तहत कुल 9.8 करोड़ किसानों को फायदा हुआ है, जिसमें 22 हजार करोड़ रुपये से अधिक की राशि किसानों के खाते में भेजी गई है।
पीएम किसान योजना क्या है?
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना 1 दिसंबर 2018 को शुरू की गई थी। यह एक केंद्रीय प्रायोजित योजना है, जिसका उद्देश्य भूमि धारक किसान परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। इस योजना के तहत, हर साल प्रत्येक पात्र किसान परिवार को 6,000 रुपये दिए जाते हैं, जो तीन समान किश्तों में 2,000 रुपये हर चार महीने में सीधे किसानों के बैंक खाते में ट्रांसफर किए जाते हैं।
अब तक इस योजना से 110 मिलियन से ज्यादा किसानों को लाभ मिला है। इस योजना के तहत किसानों को मिल रही राशि उनके बैंक खातों में सीधे ट्रांसफर की जाती है, जो उन्हें कृषि गतिविधियों को बढ़ावा देने और उनकी आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने में मदद करती है।
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PM-KISAN योजना के लिए पात्र कौन हैं?
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ वे किसान परिवार उठा सकते हैं जिनके पास कृषि योग्य भूमि है। इस योजना के तहत पति, पत्नी और नाबालिग बच्चों वाले किसान परिवारों को सहायता मिलती है। राज्य सरकारें और केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन इस योजना के लिए पात्र किसानों की पहचान करते हैं। पात्र किसानों को योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए अपना ई-केवाईसी सत्यापन पूरा करना होता है।
PM-KISAN भुगतान प्रक्रिया
PM-KISAN के तहत मिलने वाली वित्तीय सहायता सीधे किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जाती है। इसके लिए किसानों को ई-केवाईसी (इलेक्ट्रॉनिक नॉलेज योर कस्टमर) प्रक्रिया पूरी करनी होती है। ई-केवाईसी की प्रक्रिया तीन प्रकार से की जा सकती है:
- OTP-आधारित ई-केवाईसी (PM-KISAN पोर्टल और मोबाइल ऐप के माध्यम से)
- बायोमेट्रिक आधारित ई-केवाईसी (कॉमन सर्विस सेंटर्स और राज्य सेवा केंद्रों पर)
- फेस ऑथेंटिकेशन-आधारित ई-केवाईसी (PM-KISAN मोबाइल ऐप के माध्यम से)
PM-KISAN के लिए पात्र नहीं होने वाले लोग
कुछ लोग इस योजना का लाभ नहीं उठा सकते, जैसे:
- संस्थागत भूमि धारक
- वर्तमान या पूर्व मंत्री, सांसद, विधायक, मेयर
- सरकारी कर्मचारी (Group D/मल्टी-टास्किंग स्टाफ को छोड़कर)
- रिटायर्ड पेंशनर्स जो 10,000 रुपये या उससे अधिक पेंशन प्राप्त कर रहे हैं
- पिछले आकलन वर्ष में आयकरदाता
अयोग्य किसानों द्वारा PM-KISAN लाभ त्यागने की प्रक्रिया
जो किसान अब इस योजना के लिए योग्य नहीं हैं, वे स्वेच्छा से अपना लाभ त्याग सकते हैं। इसके लिए उन्हें निम्नलिखित प्रक्रिया अपनानी होगी:
- PM-KISAN की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- ‘स्वेच्छा से PM-KISAN लाभ त्यागें’ पर क्लिक करें।
- रजिस्ट्रेशन नंबर और कैप्चा कोड दर्ज करें और OTP प्राप्त करने के लिए क्लिक करें।
- OTP से सत्यापित कर त्याग की पुष्टि करें।
एक बार जब किसान अपना लाभ त्याग देते हैं, तो उन्हें PM-KISAN से कोई भी भविष्य में लाभ नहीं मिलेगा और वे फिर से आवेदन नहीं कर सकते।
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प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, जो भारतीय किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करने का एक प्रमुख उपाय है, का 19वीं किश्त के रूप में बड़ा कदम उठाया गया है। इस योजना ने अब तक लाखों किसानों की मदद की है और उन्हें बेहतर वित्तीय स्थिति में लाने में सहायक साबित हुई है। किसानों के लिए यह एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसे केंद्र सरकार लगातार किसानों की भलाई के लिए लागू करती आ रही है।