2020 में कोविड 19 की लहर ने सबको परेशान कर दिया था। कोरोना को लेकर अब बड़ी खबर आ रही है कि कोरोना एक बार फिर लौट आया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, एशिया के कई हिस्सों- सिंगापुर, हांगकांग, भारत और थाईलैंड में कोविड-19 की लहर फिर से फैल रही है। भारत में 19 मई 2025 तक कुल 257 सक्रिय मामले दर्ज किए गए हैं, जोकि स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) के अनुसार मामूली वृद्धि है।
इस वृद्धि की वजह क्या है?
इस बार मामलों में वृद्धि के पीछे है JN.1 वैरिएंट, जो कि Omicron का अत्यधिक संक्रामक उप-वंश है।
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JN.1 क्या है और यह पहले के कोविड वेरिएंट्स से कैसे अलग है?
JN.1, Omicron के BA.2.86 (जिसे Pirola भी कहा जाता है) वंश से संबंधित है। Yale Medicine के अनुसार, JN.1 में स्पाइक प्रोटीन में एक अतिरिक्त म्यूटेशन है जो इसे इम्यून सिस्टम से बच निकलने में मदद कर सकता है।
- पहली बार अगस्त 2023 में पाया गया था।
- दिसंबर 2023 में WHO ने इसे Variant of Interest घोषित किया।
- इसमें लगभग 30 म्यूटेशन हैं, जो इसे ज्यादा तेजी से फैलने और इम्यून सिस्टम से बचने में मदद करते हैं
भारत में JN.1 मिला है क्या?
अब तक भारत में JN.1 की पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन सिंगापुर और हांगकांग में इसके LF.7 और NB.1.8 जैसे उप-प्रकारों से संक्रमण फैल रहा है।
कोविड की गर्मियों में वापसी क्यों हो रही है?
डॉ. दीक्षा गोयल (Marengo Asia Hospitals, गुरुग्राम) के अनुसार, गर्मी में वायरस की लहर आना असामान्य है क्योंकि आमतौर पर इस मौसम में सांस संबंधी संक्रमण कम होते हैं। अधिकतर लोगों को बूस्टर डोज लिए एक साल से ज्यादा हो चुका है, जिससे इम्यूनिटी घट चुकी है।
डॉ. संदीप बुधिराजा (Max Healthcare) ने बताया कि, ‘Covid-19 अब पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। यह स्थानिक (endemic) बन चुका है और समय-समय पर मामूली लहरें आएंगी। जरूरी है कि जीनोमिक निगरानी लगातार की जाए।’
JN.1 कैसे फैलता है?
- संक्रमित व्यक्ति के बोलने, खांसने या छींकने से निकलने वाली हवा के जरिए।
- भीड़भाड़ वाले या कम वेंटिलेशन वाले इनडोर स्थानों में।
- संक्रमित सतहों के संपर्क से (कम आम, पर संभव)
JN.1 संक्रमण के लक्षण
- लक्षण अधिकतर Omicron जैसे ही हल्के होते हैं।
- गला खराब होना
- नाक बहना या बंद होना
- सूखी खांसी
- बुखार और ठंड लगना
- सिरदर्द
- मांसपेशियों में दर्द
- थकान
- मतली या डायरिया
- स्वाद या गंध की कमी (अब कम आम)
डॉक्टरों के अनुसार, ज्यादातर मरीज घर पर ही ठीक हो जाते हैं, लेकिन बुजुर्गों, हृदय रोगियों, मधुमेह रोगियों और इम्यून सिस्टम कमजोर लोगों को अधिक सावधान रहना चाहिए।
JN.1 की जांच कैसे होती है?
डॉ. निरंजन पाटिल (Metropolis Healthcare) के अनुसार, RT-PCR टेस्ट द्वारा कोविड की पुष्टि होती है। पॉजिटिव सैंपल को जीनोमिक सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जाता है ताकि वेरिएंट की पहचान की जा सके।
मुख्य जांच विकल्प
- RT-PCR (सबसे सटीक, 24–48 घंटे में परिणाम)
- रैपिड एंटीजन टेस्ट (RAT) (तेज़, पर कम सटीक)
- Multiplex PCR टेस्ट (Covid के साथ अन्य वायरस की भी जांच करते हैं)
कितनी लागत?
- RT-PCR की कीमत 500 से 800 के बीच, जबकि Multiplex टेस्ट महंगे होते हैं।
क्या वैक्सीन JN.1 पर काम करती है?
- हां, वैक्सीन अब भी प्रभावी हैं।
- बूस्टर डोज लेने से संक्रमण के लक्षणों और गंभीर बीमारी दोनों की संभावना कम होती है।
- हालांकि JN.1 के लिए अलग वैक्सीन नहीं है, फिर भी बूस्टर डोज लेने की विशेष सलाह दी जाती है।
क्या लोगों को फिर से मास्क पहनना शुरू कर देना चाहिए?
डॉक्टरों की सलाह है कि, भीड़भाड़ वाली जगहों या कम वेंटिलेशन वाले इनडोर स्थानों में मास्क पहनें। उच्च जोखिम वाले लोग (बुजुर्ग, बीमार) खासकर सतर्क रहें।