उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कर कमलों से रामायण मेला समिति द्वारा आयोजित रामायण मेले का अयोध्या के रामकथा पार्क में शुभारंभ हुआ. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मेला-पुस्तिका का विमोचन भी किया और एक ऐतिहासिक व्याख्यान देकर समा बाँध दिया.
सीएम योगी ने कहा कि जो पांच सौ साल पहले हुआ था अयोध्या में वही अब सम्भल में हुआ है. उस समय बाबर के सिपहसालार ने अयोध्या में विध्वंस किया, संभल में भी वही सब कुछ होने का प्रयास हुआ. और ये बिलकुल वही है जो आज बांग्लादेश में हो रहा है – इन तीनों परिस्थितियों की प्रकृति एक ही है, इनका डीएनए भी एक जैसा है.
किसी को ये लगता है कि ये तो भारत से बाहर बांग्लादेश में हो रहा है तो आप गलतफहमी में न रहें. भारत के भीतर भी बांटने वाले तत्व पहले से खड़े हैं. वे भी यही कोशिश कर रहे हैं. भारत के सामाजिक ताने-बाने को छिन्न-भिन्न करके और देश की सामाजिक एकता को तोड़कर, आपको बांटकर फिर काटने व कटवाने की व्यवस्था भी वही लोग यहां कर रहे हैं.
‘बांटने वाले भाग जाएंगे’
बांटने वाले बहुत सारे लोग तो इस तरह के हैं, जिन्होंने दुनिया के कई देशों में सम्पदाएँ और प्रॉपर्टीज खरीद रखी हैं. जब भारत में संकट आएगा तो ये लोग भाग जाएंगे और देश में मरने वाले मरते रहेंगे, लेकिन हम प्रभु राम के आदर्शों से प्रेरणा लेकर उनके जीवन संदेश के अनुरूप खुद को तैयार कर रहे हैं और पीएम मोदी के ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ के निर्माण में अपना योगदान देंगे.
रामायण मेला समिति द्वारा अयोध्या में 43वें रामायण मेला में पधारे मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने जहां समिति को निर्देश दिए तो वहीं आश्वासन भी दिया. उन्होंने कहा कि अयोध्या में कुछ नया लेकर आइए, सरकार सदा आपके साथ है. सीएम ने ये भी कहा कि अयोध्या धाम को अपना पुरातन गौरव पुनः प्राप्त हो, प्रदेश सरकार इस दिशा में निरंतर कार्य कर रही है.
‘जुड़ना और जोड़ना महत्वपूर्ण है’
अपने सम्बोधन में सीएम योगी ने कहा कि भगवान राम ने अपने जीवन काल में सम्पूर्ण भारत को तथा सम्पूर्ण सनातनी समाज को जोड़ने का कार्य किया. यदि हमने भी जोड़ने के कार्य को महत्व दिया होता और सामाजिक विद्वेष फ़ैलाने वालों और समाज को तोड़ने वाले दुश्मनों की रणनीति को सफल नहीं होने देते तो हमारा देश कभी परतंत्र नहीं होता और न ही हमारे तीर्थ कभी अपवित्र होते.
तब मुठ्ठी भर विदेशी आक्रांताओं को भारत के वीर योद्धा अपने पैरों तले कुचल डालते परन्तु दुर्भाग्य से हमारी आपसी एकता में बाधा पैदा करने वाले कामयाब हो गए. उन्हीं का डीएनए आज भी जाति के नाम पर राजनीति करने वाले सामाजिक ताने-बाने को छिन्न-भिन्न करने की कोशिशों में दिखाई दे रहा है.
‘अयोध्या कर रही है मार्गदर्शन’
अयोध्यावासियों को सम्बोधित करते हुए सीएम योगी ने आगे कहा कि अयोध्या ने हजारों सालों से विश्व कल्याण और मानवता का मार्ग प्रशस्त किया है. दुनिया के लिए आज भी अयोध्या मार्गदर्शक का कार्य करती है. यहां युद्ध के दुस्साहस का षड्यंत्र सफल नहीं हो सकता. राग-द्वेष से मुक्त अयोध्या विश्व में दिखाई दे रहे विरोधों और द्वंद्व के समाधान की भूमि है. प्रभु श्री राम की कृपा से अयोध्या धाम आज सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक रूप से एक वैश्विक नगरी के रूप में नई पहचान के साथ आगे बढ़ रहा है.
श्रीराम व मां जानकी के प्रति श्रद्धा
सीएम योगी ने कहा कि यदि आप जानना चाहते हों कि प्रभु श्रीराम के प्रति भारत का भाव क्या है, तो गांव-गांव जाकर संत तुलसीदास द्वारा प्रारंभ किए गए रामलीलाओं का आयोजन देखन चाहिए. प्रभु राम के प्रति सनातन धर्मावलंबियों के भाव को अनुभव करने के लिए याद करना होगा 1990 के दशक को. उस दौर में हर घर में टीवी नहीं थी, फिर भी लोग आसपास और दूर-दूर तक जाकर दूरदर्शन पर रामायण सीरियल देखा करते थे.
यह अद्भुत था और इससे पता चलता है कि प्रभु राम के प्रति भारत की सनातन श्रद्धा कितनी गहरी है. उन्होंने कहा कि जिसके हृदय में श्रीराम और मां जानकी के प्रति श्रद्धा व समर्पण का भाव नहीं हैं, उसे कट्टर शत्रु मान कर त्याग देना चाहिए. 1990 में भी रामभक्तों का यही नारा था – जो राम का नहीं-वो किसी काम का नहीं !