भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती देने के लिए पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच व्हाइट हाउस में महत्वपूर्ण मुलाकात हुई। इस बैठक में दोनों देशों के बीच व्यापार, रक्षा सहयोग, आतंकवाद विरोधी रणनीति, और ऊर्जा साझेदारी सहित कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई। भारतीय समयानुसार शुक्रवार सुबह 3 बजे हुई इस बैठक में दोनों नेताओं ने कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किए और भविष्य में आपसी सहयोग को बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई।
1. एशिया-प्रशांत क्षेत्र में भारत को प्रमुख सहयोगी माना
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को एशिया-प्रशांत क्षेत्र (इंडो-पैसिफिक) में एक प्रमुख रणनीतिक सहयोगी के रूप में स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि क्वाड (भारत, अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया) साझेदारी को और मजबूत किया जाएगा ताकि क्षेत्रीय शांति और स्थिरता बनी रहे।
2. रक्षा सहयोग में वृद्धि
अमेरिका ने भारत को और अधिक रक्षा तकनीक और सैन्य उपकरण मुहैया कराने पर सहमति जताई। ट्रंप ने कहा कि भारत को अत्याधुनिक हथियार, लड़ाकू विमान, और सैन्य प्रणालियां उपलब्ध कराई जाएंगी। साथ ही, दोनों देशों ने रक्षा क्षेत्र में जॉइंट प्रोडक्शन और टेक्नोलॉजी ट्रांसफर को बढ़ाने पर जोर दिया।
3. ऊर्जा आपूर्ति में वृद्धि
अमेरिका अब भारत को कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस की आपूर्ति बढ़ाएगा। दोनों देशों ने रिन्यूएबल एनर्जी परियोजनाओं पर भी साझेदारी बढ़ाने का निर्णय लिया है। इस सहयोग से भारत को अपनी ऊर्जा संसाधनों को सुदृढ़ करने में मदद मिलेगी।
4. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में सहयोग
भारत और अमेरिका ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने का फैसला किया है। यह सहयोग हेल्थ, एजुकेशन, डिफेंस और अन्य क्षेत्रों में क्रांतिकारी बदलाव लाने में सहायक होगा। इसके अलावा, भारतीय स्टार्टअप्स और टेक कंपनियों को भी लाभ मिलेगा।
5. व्यापारिक असंतुलन में सुधार
अमेरिका ने भारत के साथ व्यापारिक असंतुलन को दूर करने के लिए नए समझौते करने की बात कही। राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापारिक घाटे को कम करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे।
6. सेमीकंडक्टर और क्वांटम कंप्यूटिंग में साझेदारी
भारत और अमेरिका ने सेमीकंडक्टर निर्माण और क्वांटम कंप्यूटिंग के क्षेत्र में जॉइंट रिसर्च और डेवलपमेंट पर सहमति जताई। अमेरिका भारत को सेमीकंडक्टर उद्योग को बढ़ावा देने के लिए तकनीकी सहायता प्रदान करेगा।
7. स्वच्छ ऊर्जा के लिए न्यूक्लियर रिएक्टर विकास
दोनों देशों ने छोटे न्यूक्लियर मॉड्यूलर रिएक्टर विकसित करने का फैसला किया है। यह कदम स्वच्छ और टिकाऊ ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देगा और दोनों देशों की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करेगा।
8. भारतीय वाणिज्य दूतावास खोलने की योजना
अमेरिका में भारतीय समुदाय की सुविधा के लिए लॉस एंजिलिस और बॉस्टन में नए भारतीय वाणिज्य दूतावास खोले जाएंगे। इससे भारतीय प्रवासियों को कांसुलर सेवाओं का बेहतर लाभ मिलेगा।
9. आतंकी आरोपी तहव्वुर राणा का प्रत्यर्पण
भारत लंबे समय से मुंबई आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा को अमेरिका से प्रत्यर्पित करने की मांग कर रहा था। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में इस फैसले को मंजूरी दी, और राणा को भारत भेजने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
10. आतंकवाद विरोधी सहयोग बढ़ाना
भारत और अमेरिका ने आतंकवाद के खिलाफ मिलकर काम करने का निर्णय लिया। दोनों देशों ने आतंकवादी संगठनों के वित्तपोषण को रोकने, खुफिया जानकारी साझा करने और वैश्विक आतंकवाद विरोधी अभियानों में सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया।
यह भी पढ़ें: सऊदी अरब: WhatsApp पर वॉयस और वीडियो कॉल की पाबंदी हटी
यह बैठक भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूती देने का एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है। दोनों देशों के बीच भविष्य में और अधिक सहयोग की संभावना है, जो ना केवल दोनों देशों के लिए, बल्कि क्षेत्रीय और वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए भी लाभकारी होगा।