Water Metro In Mumbai: कोच्चि में वाटर मेट्रो सफलतापूर्वक संचालित हो रही है। कोच्चि वाटर मेट्रो परियोजना को मिली बड़ी सफलता के बाद, केंद्र सरकार अब इसे देश के 21 अन्य स्थानों पर शुरू करने की योजना बना रही है। यह जानकारी परियोजना के प्रबंध निदेशक लोकनाथ बेहरा ने दी है।
कोच्चि बना भारत का पहला वाटर मेट्रो शहर
केरल के कोच्चि ने दिसंबर 2021 में अपनी पहली बोट ‘मुझिरिस’ के शुभारंभ के साथ भारत का पहला वाटर मेट्रो प्रोजेक्ट लॉन्च किया था। यह बोट कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा बनाए जा रहे 23 बैटरी-चालित इलेक्ट्रिक बोट्स में से एक है।
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किन शहरों में शुरू हो सकता है नया सिस्टम?
श्री बेहरा के अनुसार, यह फेरी सिस्टम गोवा, अहमदाबाद, श्रीनगर, लक्षद्वीप और गुवाहाटी जैसे शहरों में शुरू किया जा सकता है। मुंबई के लिए विभिन्न पहलुओं की व्यवहार्यता जांच (feasibility study) पहले ही पूरी हो चुकी है। उनका कहना है कि यह प्रणाली अन्य परिवहन माध्यमों की तुलना में सस्ती और अधिक टिकाऊ (sustainable) है।
कोच्चि में शानदार जन प्रतिक्रिया
कोच्चि में वाटर मेट्रो सेवा को जनता से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है। बोट्स पूरी क्षमता के साथ चल रही हैं और स्थानीय लोग इस सुविधा का सक्रिय रूप से उपयोग कर रहे हैं।
इस सफलता को देखते हुए केंद्र सरकार की योजना है कि देश के अन्य हिस्सों में भी ऐसी सेवाएं शुरू की जाएं।
हालांकि इसका कार्यान्वयन संबंधित राज्य सरकारों के साथ समन्वय और व्यवहार्यता रिपोर्ट के आधार पर किया जाएगा।
अगर सब कुछ योजना के अनुसार चला, तो अगले 3 से 4 वर्षों में भारत के कई शहरों में कोच्चि जैसी वाटर मेट्रो प्रणाली देखी जा सकती है।
वाटर मेट्रो क्या है?
वाटर मेट्रो एक इनोवेटिव सार्वजनिक परिवहन प्रणाली है, जो नदी या झील जैसे अंतर्देशीय जलमार्गों पर इलेक्ट्रिक बोट्स के माध्यम से सेवा प्रदान करती है। यह सेवा पर्यावरण के अनुकूल है, जिससे शहरी क्षेत्रों में ट्रैफिक जाम और प्रदूषण में कमी आती है।
वाटर मेट्रो परियोजना को शहरी परिवहन के अन्य साधनों से जोड़ा गया है, जिससे लास्ट माइल कनेक्टिविटी भी सुनिश्चित होती है। कोच्चि भारत का पहला शहर है, जिसने इस इको-फ्रेंडली ट्रांजिट मॉडल को सफलतापूर्वक लागू किया है।