Pathan on Virat: ऑस्ट्रेलिया में टीम इण्डिया की शर्मनाक हार पर जहां देश के क्रिकेट प्रेमी दुखी हैं वहीं पूर्व क्रिकेट स्टार खुल कर हार की जिम्मेदारी बड़े खिलाड़ियों पर डाल रहे हैं..
Aus vs Ind: ऑस्ट्रेलिया में टीम इण्डिया सिडनी टेस्ट क्या हारी -आरोपों और शिकायतों का दौर शुरू हो गया है. इन नकारात्मक प्रतिक्रियाओं के निशाने पर टीम के बड़े खिलाड़ी हैं जिनमे से एक तो रन मशीन के नाम से मशहूर हैं तो दूसरे हिटमैन कहलाते हैं.
कहा जा रहा है कि क्रिकेट के पूर्व गेंदबाज सितारे इरफ़ान पठान ने इस हार को लेकर कोहली की आलोचना की है और वो सच बोला है, जो बड़े खिलाड़ियों की जुबां पर भी नहीं आ सका है.
Aus vs Ind: सिडनी टेस्ट में 6 विकेट से हार के बाद अब इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी की सीरीज का पोस्टमार्टम शुरू हो गया है. इस पोस्टमार्टम में परिणाम बाद में नहीं आता साथ साथ आता है. आलोचनाओं के दौर वाला यह पंचनामा क्रिकेट के पंचों के नाम है जो अब विश्लेषण करके बता रहे हैं कि हमारी पराजय के दोषी कौन हैं.
क्रिकेट के विश्लेषकों की जुबान पर सबसे ज्यादा नाराजगी बल्लेबाज़ विराट कोहली (Virat Kohli) कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को लेकर है. स्वाभाविक तौर पर इन सीनियर खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की अपेक्षा थी पर ऐसा हो न सका. ऑस्ट्रेलिया के मैदानों पर भारत के दिग्गज फ्लॉप सिद्ध हुए.
हिट मैन रोहित शर्मा ने 3 टेस्ट की 5 पारियों में केवल 6.2 रनों के औसत से रन बनाये वहीं रन मशीन विराट कोहली ने 5 टेस्ट की 9 पारियों में औसत 23.75 से टीम के लिए रन जोड़े. अब देश और विदेश के तमाम पूर्व क्रिकेटर उनसे सवाल कर रहे हैं. बड़ा सवाल सभी का एक ही है – क्या अब समय आ गया है कि आप अपने खराब फॉर्म को स्वीकार करके क्रिकेट को अलविदा कह दें?
इरफान पठान ने टेलीविज़न कमेंट्री के दौरान पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर से बातचीत के दौरान कहा, “साल 2024 में जहां फर्स्ट इनिंग में मैच को सेट कर लिया जाता है, वहां पर विराट कोहली का रन एवरेज लगभग 15 रनों का रहा है. और तो और पिछले पांच साल के आंकड़ों पर गौर करें तो उनका औसत 30 रनों का भी औसत नहीं है.”
पूर्व ऑलराउंडर ने साफ़ साफ़ कह दिया कि, “क्या भारतीय टीम इस तरह के सीनियर खिलाड़ी को डिजर्व करती है? यहां बेहतर तो ये होगा कि आप किसी युवा खिलाड़ी को लगातार मौका दें. आप उससे कहें कि आप तैयार कीजिए खुद को. इतना औसत तो वह युवा खिलाड़ी भी टीम को दे देगा. यहां हम बात टीम की कर रहे हैं, किसी व्यक्ति विशेष की नहीं.”