मुंबई पुलिस ने सोमवार को पूर्व मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) नेता बाबा सिद्दीकी की क्यों हुई थी हत्या?, इसका खुलासा चार्जशीट दायर करके कर दी है। पुलिस के मुताबिक, गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई ने अपने संगठित अपराध सिंडिकेट के माध्यम से डर का माहौल बनाने और अपने दबदबे को स्थापित करने के उद्देश्य से बाबा सिद्दीकी की हत्या की साजिश रची थी। इस मामले में 26 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का भाई अनमोल बिश्नोई भी शामिल है। पुलिस ने विशेष अदालत में आरोप पत्र पेश करते हुए 210 गवाहों के बयान भी दर्ज किए हैं।
चार्जशीट में क्या सामने आया?
पुलिस के अनुसार, अनमोल बिश्नोई ने बाबा सिद्दीकी की हत्या की साजिश इस उद्देश्य से रची थी ताकि वह अपने आपराधिक साम्राज्य में दबदबा बना सके और लोगों में भय का माहौल उत्पन्न कर सके। इसके अतिरिक्त, मामले में मोहम्मद यासीन अख्तर और शुभम लोनकर जैसे अन्य वांछित आरोपी भी शामिल हैं। सभी आरोपियों के खिलाफ महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण (MCOC) अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है। अब तक 26 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, और सभी आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं।
बाबा सिद्दीकी की हत्या कब हुई?
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और NCP नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या 12 अक्टूबर 2024 को हुई थी। यह घटना दशहरे की रात मुंबई के बांद्रा इलाके में उनके बेटे जीशान सिद्दीकी के दफ्तर के बाहर हुई। तीन हमलावरों ने सिद्दीकी पर गोलियां चलाईं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। गोली लगने के बाद उन्हें गंभीर हालत में लीलावती अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।
हत्या के कारण और आरोपियों का पकड़ा जाना
पुलिस के अनुसार, बाबा सिद्दीकी की हत्या के तुरंत बाद ही जांच शुरू कर दी गई थी। मुंबई पुलिस ने देश के विभिन्न हिस्सों से आरोपियों को गिरफ्तार किया। इस हत्याकांड में शूटरों के साथ-साथ हत्या में मदद करने वाले अन्य लोग भी शामिल थे। बाबा सिद्दीकी को विशेष रूप से इफ्तार पार्टी के आयोजन के लिए जाना जाता था, जिसमें हर साल कई प्रमुख नेता और फिल्मी हस्तियां शामिल होती थीं।
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मुंबई पुलिस ने बाबा सिद्दीकी की हत्या के पीछे के साजिश के बारे में कई महत्वपूर्ण खुलासे किए हैं। यह हत्या न केवल एक राजनीतिक नेता की जान की क्षति थी, बल्कि इसके माध्यम से अपराधियों ने समाज में डर और भय फैलाने का प्रयास किया था। पुलिस की सक्रियता और समर्पण के कारण, मामले में तेजी से आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और अब तक की जांच में कई महत्वपूर्ण तथ्य सामने आए हैं।