केंद्र सरकार ने बिहार को दो एक्सप्रेस – वे की सौगात दी है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने मंगलवार को भारतमाला शृंखला-2 के तहत बिहार से जुड़े दो एक्सप्रेस वे क्रमश: गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेस वे और रक्सैल-हल्दिया एक्सप्रेस वे को अपनी मंजूरी दी है। बिहार के उप मुख्यमंत्री सह पथ निर्माण मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि डबल इंजन सरकार की डबल सौगात से बिहार के विकास को मिलेगी हाई स्पीड।
रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेस वे कहां से गुजरेगी, कितनी है इसकी लागत और लम्बाई?
रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेस वे बिहार में पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय, लखीसराय, जमुई और बांका जिले से गुजरते हुए झारखंड के रास्ते हल्दिया पहुंचेगा। बिहार में इसकी कुल लम्बाई 367 किमी और लागत 20,000 करोड़ रुपया है। इस एक्सप्रेस वे को बनने से नेपाल बॉर्डर से हल्दिया की दूरी 22 फीसदी घट जाएगी।
गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेस वे कहाँ से गुजरेगी, कितनी है इसकी लागत और लम्बाई?
गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेस वे बिहार के पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया व किशनगंज जिले से गुजरेगी। बिहार में इसकी कुल लम्बाई 416 किमी है। बिहार में इसकी कुल लागत 23000 करोड़ रुपया है। इस एक्सप्रेस वे के बनने से उत्तर पूर्वी राज्यों को उत्तर और मध्य क्षेत्र से कनेक्टिविटी मिलेगी। गोरखपुर और सिलीगुड़ी के बीच 50 फिसदी समय बचेगा।