त्रिपुरा प्रकृति की कहर से जूझ रहा है। पिछले कुछ दिनों से वहां भारी बारिश के कारण लैंडस्लाइड हुई है और बाढ़ का भी सामना करना पड़ रहा है। इस प्राकृतिक आपदा में अबतक 22 लोगों की मौत हो गई है। कई लोग लापता भी हैं। राज्यभर के 450 शिविरों में 65,400 लोगों ने शरण ली है।
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने ‘X’ पर जानकारी दी कि गोमती नदी अभी भी 22.30 मीटर पर बह रही है जो अत्यधिक खतरे के निशान 22 मीटर से ऊपर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अमरपुर, उदयपुर, सोनामुरा और आसपास के गांवों में सभी परिवारों को गोमती नदी के किनारे स्थानांतरित कर दिया है। सभी नागरिकों से उन्होंने अनुरोध करते हुए कहा कि जब तक जलस्तर सामान्य स्तर पर न आ जाए तब तक सतर्क रहें।
केंद्र ने 40 करोड़ रूपये की अग्रिम राशि जारी की
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि त्रिपुरा में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए, मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने प्रभावित लोगों को राहत प्रदान करने के लिए एसडीआरएफ से केंद्रीय हिस्से के रूप में ₹40 करोड़ अग्रिम रूप से जारी करने की मंजूरी दे दी है। केंद्र द्वारा तैनात एनडीआरएफ की 11 टीमें, सेना की 3 टुकड़ियां और वायु सेना के 4 हेलीकॉप्टर पहले से ही राज्य सरकार की सहायता कर रहे हैं। राहत एवं बचाव कार्य में। गृह मंत्री ने कहा कि चाहे कुछ भी हो, त्रिपुरा में हमारी बहनें और भाई इस कठिन समय से लड़ने के लिए मोदी सरकार को उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े पाएंगे।
त्रिपुरा सीएम ने केंद्र सरकार का जताया आभार
केंद्र सरकार द्वारा जारी राशि पर त्रिपुरा सीएम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को त्रिपुरा में बाढ़ के कारण आई दुःख की घड़ी में इस अत्यंत आवश्यक सहयोग के लिए आभार जताया। सीएम ने कहा कि आपकी ओर से निरंतर समर्थन हमें इस कठिन परिस्थिति से मजबूती से लड़ने में मदद और प्रेरित कर रहा है। मैं त्रिपुरा की ओर से देखभाल करने वाली सरकार को अपना आभार व्यक्त करता हूं।