ब्राउजिंग कंपनियां समय-समय पर अपने नियम बदलते रहते हैं ताकि सर्च प्रोसेस को और सुगम बनाया जा सके। इसी क्रम में अब बड़ी टेक कंपनी Google ने अपने सर्च इंजन के URL स्ट्रक्चर में बदलाव करने की घोषणा की है। अब सबके मन ये सवाल कौंध रहा है कि आखिर गूगल के इस बदलाव से यूजर्स पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
Google के एक अधिकारी के अनुसार, यूजर्स पहले अलग-अलग ccTLD यूज करके किसी खास देश के बारे में सर्च कर सकता था लेकिन अब अपडेट आने से Google आपकी लोकेशन के आधार पर ही रिजल्ट दिखाएगा।
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सीधी भाषा में कहें तो अगर आप भारत में हैं और google.com ओपन कर रहे हैं तो आपको भारत से संबंधित ही कंटेंट पहले दिखाएगा फिर बाकी देशों का।
लोकेशन-बेस्ड रिजल्ट
अब अगर आप google.com खोलें या google.co.in, यूजर को लोकेशन-बेस्ड रिजल्ट ही दिखाई देगा।
सर्च इंजन कैसे काम करता है?
सर्च इंजन 3 मुख्य स्टेप्स में काम करता है
- Crawling (क्रॉलिंग): इंटरनेट पर मौजूद वेबसाइट्स और उनके पन्नों को बारीकी से स्कैन करना।
- Indexing (इंडेक्सिंग): स्कैन की गई जानकारी को एक बड़े डाटा बेस में सेव करना।
- Ranking & Retrieval (रैंकिंग और प्राप्ति): जब आप कोई सर्च करते हैं, तो सर्च इंजन उस जानकारी को relevance और quality के आधार पर आपको दिखाता है।
लोकप्रिय सर्च इंजन के उदाहरण
Google (सबसे प्रसिद्ध)
Bing (Microsoft का सर्च इंजन)
Yahoo
DuckDuckGo (प्राइवसी पर फोकस करता है)
Yandex (रूस का प्रमुख सर्च इंजन)