जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के बाद लंबित पंचायत और नगर निकाय के चुनाव की तैयारी शुरू हो चुकी है। दोनों चुनाव अगले वर्ष मार्च में करवाए जा सकते हैं। इस बीच, प्रदेश चुनाव आयोग ने मतदाता सूची में त्रुटियां मिलने पर मतदाता सूची के अंतिम प्रकाशन की तिथि को छह जनवरी को निर्धारित की थी उसे बढ़ाकर 15 जनवरी कर दिया है।
पंचायतों का जनवरी और नगर निकायों का नवंबर में समाप्त हो गया कार्यकाल
आप बताते चलें कि जम्मू-कश्मीर में पंचायतों और ब्लाक विकास परिषदों का कार्यकाल इसी साल नौ जनवरी को समाप्त हो गया था। जम्मू कश्मीर में लगभग 28 हजार पंच-सरपंच और 310 ब्लाक विकास परिषद थीं। नगर निकायों का कार्यकाल पिछले साल नवंबर में समाप्त हो गया था। जम्मू-कश्मीर में दो नगर निगम, 18 नगर परिषद और 56 नगर पालिका थीं।
अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए पंचायतों और स्थानीय नगर निकायों में आरक्षण कोटा निर्धारित करने के लिए गठित समिति का कार्यकाल भी इसी माह समाप्त होगा। इससे पहले कमेटी अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। अन्य पिछड़ा वर्ग को आरक्षण उसकी आबादी के अनुपात के आधार पर प्रदान किया जाएगा।
2018 में अंतिम बार हुए थे चुनाव
जम्मू कश्मीर में पंचायत और नगर निकाय के चुनाव अंतिम बार साल 2018 में अंतिम बार हुए थें। सुरक्षा कारणों, मौसम और उसके बाद लोकसभा व विधानसभा चुनाव के कारण ये दोनों चुनाव स्थगित रहा।
राजनीतिक दल भी जुटें चुनावी तैयारी में
चुनाव के आहट और राज्य चुनाव आयोग के तैयारी के बीच राजनीतिक दल भी पंचायत और नगर निकाय के चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं। भाजपा, कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस व अन्य दलों ने बैठकें शुरू कर दी है।
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विशेष शिविर का होगा आयोजन
राज्य चुनाव आयोग ने सभी संबंधित जिला चुनाव अधिकारियों को आपत्तियां व दावों का 30 दिसंबर तक निपटान करने को कहा गया है। इसके अलावा 14 और 15 दिसंबर को सभी मतदान केंद्रों में विशेष शिविर भी आयोजित किए जा रहे हैं, ताकि सभी पात्र मतदाता अपना पंजीकरण करा सकें। इसके अलावा प्रत्येक पंच हलके में भी विशेष शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इसके साथ ही आयोग ने पंचायत मतदाता सूचियों के लिए आपत्तियां व दावे दर्ज कराने की समय सीमा भी 20 दिसंबर कर दी है।