पीएम मोदी ने लोकसभा में संविधान की 75वीं वर्षगांठ पर अपने संबोधन में कहा कि भारत लोकतंत्र की जननी है और हमारा गणतंत्र पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा का स्रोत है. उन्होंने कहा, “यह हमारे लोकतंत्र के उत्सव को मनाने का अवसर है. भारत का नागरिक हर कसौटी पर खरा उतरा है और हमारे लोकतंत्र की सफलता का आधार रहा है.”
पीएम मोदी ने भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को उसकी संस्कृति का हिस्सा बताते हुए कहा, “भारत का लोकतंत्र बहुत समृद्ध रहा है. यह हमारी संस्कृति और परंपरा में गहराई से निहित है.” उन्होंने कहा कि भारत के लोकतंत्र ने पूरी दुनिया को प्रेरित किया है. प्रधानमंत्री ने कहा, “भारत ने 75 साल में असाधारण उपलब्धियां हासिल की हैं. लोकतंत्र ने हमें हर चुनौती को पार करने और आगे बढ़ने की ताकत दी है.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में अपने संबोधन के दौरान नारी शक्ति वंदन अधिनियम का उल्लेख करते हुए इसे महिलाओं के सशक्तिकरण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया. उन्होंने कहा कि यह अधिनियम महिलाओं को राजनीतिक भागीदारी में अधिक अवसर देने के लिए मील का पत्थर साबित होगा. पीएम मोदी ने कहा, “भारत ने शुरुआत से ही महिलाओं को वोट देने का अधिकार दिया. आज, संसद में महिला सांसदों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. नारी शक्ति वंदन अधिनियम इसी दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है.”
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हमारा संविधान भी भारत की एकता का आधार है। समाज के हर वर्ग का प्रतिनिधित्व था संविधान सभा में। बाबा साहब ने कहा था की समस्या यह है की देश में जो विविधता से भरा जो जनमानस है उसे एक किया जाय। जिससे एकता की भावना जागृत हो। आजादी के बाद सबसे बड़ा प्रहार देश की एकता पर किया। गुलामी की मानसिकता में पैदा हुए लोग इस विविधता में ऐसे जहरीले बीज बोन के प्रयास करते रहें की देश की एकता को चोट पहुंचें।