इटली में 50वां G7 शिखर सम्मेलन का आयोजन 13 जून से 15 जून तक हो रहा है। भारत भी अतिथि देश के रूप में इस समिट में भाग ले रहा है। भारत को 11वीं बार G7 सम्मेलन में शामिल होने का न्योता मिला है। पीएम मोदी इस समिट में भाग लेने के लिए इटली पहुंच चुके हैं। पीएम मोदी का लगातार तीसरी बार पीएम बनने के बाद यह पहला विदेश दौरा है। पीएम मोदी भारत समेत ग्लोबल साउथ के मुद्दों को भी जी7 सम्मेलन में उठाएंगे।
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इटली की पीएम मेलोनी पर दिखी भारत की छाप
जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष इटली पहुंच चुके हैं। सदस्य देशों के राष्टाध्यक्ष का स्वागत जब पीएम मेलोनी कर रही थी तो उस पर भारत की छाप दिखी। जियोर्जिया मेलोनी ने जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज और यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन का नमस्ते करते हुए स्वागत किया। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो गया। भारत के लोग इसे काफी पसंद कर रहे हैं और मेलोनी की जमकर तारीफ कर रहे हैं।
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इसके अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रो, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो जी7 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए इटली पहुंचे हैं।
G7 क्या है, G7 सदस्य देश कौन है ?
G7 सात देशों का एक संगठन है जिसमें अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, इटली, जर्मनी, कनाडा और जापान शामिल हैं। G7 शिखर सम्मलेन की अध्यक्षता और मेजबानी इटली कर रहा है। जी-7 सदस्य देश वर्तमान में वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 45% और दुनिया की 10% से अधिक आबादी का प्रतिनिधित्व करता है।
जब G7, G8 बना था
हर साल अध्यक्षता कर रहा मेजबान देश परंपरा के अनुसार कई देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों को शिखर सम्मेलन में आमंत्रित करता है। G7 का विस्तार 1997 में कर के रूस को शामिल किया गया था और यह G8 बना था 2013 तक। लेकिन 2014 में रूस द्वारा क्रीमिया पर कब्ज़ा करने के कारण उसकी सदस्यता सस्पेंड कर दी गई थी।
G7 का गठन क्यों हुआ?
G7 का गठन आर्थिक मुद्दों को ध्यान में रखकर किया गया था। धीरे-धीरे इसमें शांति और सुरक्षा, आतंकवाद विरोधी, विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दे जुड़ गए। 2003 से गैर-सदस्य देशों (एशिया और अफ्रीका के पारंपरिक रूप से विकासशील देश) को ‘आउटरीच’ सेशन में आमंत्रित किया जाने लगा।