राजा रघुवंशी की जघन्य हत्या के कुछ दिन बाद, मेघालय की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) हत्या के अपराध स्थल का क्राइम सीन रिक्रिएशन कर रही है। जहां, आरोपी सोनम रघुवंशी, राज कुशवाहा, आकाश, विशाल और आनंद को साथ रखा गया है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि, ‘हमने एक धारदार हथियार बरामद किया है, जिसे आरोपियों ने हत्या को अंजाम देने के लिए गुवाहाटी से खरीदा था।’ ईस्ट खासी हिल्स जिले के पुलिस अधीक्षक (SP) विवेक सियेम ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ निर्धारित समय सीमा के भीतर चार्जशीट दाखिल करने की प्रक्रिया चल रही है।
15 जून को राजा के परिवार ने उसकी पत्नी सोनम रघुवंशी और उसके साथी आरोपियों द्वारा दिए गए बयानों पर गंभीर सवाल उठाए। मेघालय पुलिस के अनुसार, सोनम और चार अन्य ने राजा की हत्या की। इसके जवाब में इंदौर में एक कैंडल मार्च निकाला गया, जिसमें न्याय और मामले की गहराई से जांच की मांग की गई।
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राजा के भाई ने की नार्को टेस्ट की मांग
राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने आरोपियों पर नार्को टेस्ट की मांग की है। उन्होंने कहा, ‘सोनम और राज जिस तरह से पुलिस को गुमराह कर रहे हैं, वह चौंकाने वाला है। एक बार नार्को टेस्ट हो जाए, तो सब सामने आ जाएगा कि सोनम कितना झूठ बोल रही है। सभी आरोपी जिस तरह से झूठ बोल रहे हैं, उससे लगता है कि वे हत्या के बारे में और भी कुछ जानते हैं… मैं सोनम के माता-पिता से अभी बात नहीं कर सकता। उन्होंने अब तक मीडिया के सामने कोई बयान क्यों नहीं दिया? जैसे, राज कहता है कि सोनम पिछले तीन सालों से गोविंद और उसे राखी बांध रही है। क्या उसकी मां को इसकी जानकारी नहीं थी? पुलिस को उसके माता-पिता से पूछताछ करनी चाहिए। आप लोगों ने यह सब मीडिया और पुलिस से क्यों छुपाया?’
इस बीच, राजा के दूसरे भाई, सचिन रघुवंशी ने इंदौर में कैंडल मार्च का नेतृत्व किया और परिवार की पीड़ा व न्याय की मांग को आवाज दी। उन्होंने कहा, ‘राजा को न्याय दिलाने के लिए मैं दुनिया के किसी भी कोने तक जाऊंगा… यह कैंडल मार्च इसलिए आयोजित किया गया है ताकि राजा की आत्मा को शांति मिले…’
वहीं, मेघालय भाजपा अध्यक्ष रिकमैन जी मोमिन ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने हत्या के बाद राज्य को बदनाम करने वालों की आलोचना की और कहा, ‘हमारे राज्य पर जो आरोप लगाए गए हैं, जो लोग ऐसा कर रहे हैं उन्हें आकर राज्य से माफी मांगनी चाहिए। मेघालय एक सुरक्षित और पर्यटक अनुकूल राज्य है… हर कोई मेघालय आ सकता है, हम सभी को अपने भाई-बहन की तरह मानते हैं। हम सभी भारतीय हैं, और एकजुट होकर काम करेंगे… मैं मेघालय पुलिस को सलाम करता हूं कि उन्होंने इस केस को सुलझा लिया..’