Nimisha Priya Death Sentence: सारे देश में लोग चिन्ता में हैं – क्या सफल हो सकेगा भारत का प्रयास? क्या मौत की बाहों से बच पायेगी निमिषा? उसको बचाने का क्या रास्ता है?..
Nimisha Priya Death Sentence: हालात की साजिश की शिकार निमिषा केरल से यमन जान देने नहीं गई थी. किस्मत की लकीरें बेईमान हो गई तो उसका सही रास्ता भी उसका आखिरी रास्ता बन गया.
अपने बेईमान पार्टनर अब्दो की मौत की गुनहगार बनी निमिषा जेल में है और अपने आखिरी दिन एक एक करके गिन रही है.
केरल की रहने वाली नर्स निमिषा प्रिया की यमन देश में अपना काम शुरू करने की चाहत ने उसकी जिन्दगी को डेड एन्ड पर पहुंचा दिया. जिन्दगी को आगे बढ़ाने की चाहत ने उसको जिन्दगी के आखिरी मुकाम पर ला खड़ा किया.
पर एक बात ये भी सच है कि यमन के कानून ने बलि ले ली है एक मासूम की जिसको वक्त ने भी अपने हालात का शिकार बना लिया ..और अब आगे क्या?
गुनहगार कोई और कुसूरवार कोई और
यमन के कानून की तरह वहां की अदालत भी एकतरफा लगती है और सीधे शब्दों में कहें तो बेईमान भी लगती है. अदालत ने बाहर के देश से आई एक लड़की पर बुरी नजर डालने वाले वहशी को समर्थन दिया और मजबूरी में गलत कदम उठा लेने वाली निमिषा पर जरा भी रियायत नहींं दिखाई. अगर देश के कानून इतने ही कड़े हैं तो उसकी एफआईआर पर अब्दो को गिरफ्तार करने का ढोग करके फिर उसे छोड़ क्यों दिया ?
दो रास्ते बचा सकते .हैं जान
मौत के शिकंजे से बचाने का पहला रास्ता भारत सरकार से हो कर जाता है. भारत सरकार यमन की सरकार से बात करे और उनकी मौके का फायदा उठाने वाली विशेष शर्तों को मान कर निमिषा को मौत की सजा से माफी दिला सकती है. इसमें कामयाबी न मिले तो दूसरा रास्ता लाल रंग का है जिसे कहते हैं ब्लड मनी का रास्ता. मगर उसके लिये भारत के नागरिकों को सामने आना होगा.
किसको कहते हैं ब्लड मनी
हत्या के दोषी को क्षमा खरीदनी पड़ती है उस देश में. इस खरीद-फरोख्त की रकम को ब्लड मनी कहते हैं जो मारे गये व्यक्ति के परिवारजनों को मिलती है. ब्लड मनी की रकम कितनी होगी, ये भी वो लोग ही निर्धारित करते हैं. निमिषा की जान बचाने के लिये ये लाल रास्ता खुला हुआ है पर इसकी पहल कौन करेगा?
विशाल जनसंख्या वाला भारत देश क्राउड फंडिंग करके निमिषा की जान बचा सकता है. मगर इसके लिेये जल्दी ही कदम उठाना होगा क्योंकि इसी माह कभी भी उसे फांसी दी जा सकती है. मगर ऐसी मदद करने की महान जिम्मेदारी कौन लेगा?