देश के मशहूर उद्योगपति रतन टाटा का अंतिम संस्कार मुंबई के वर्ली स्थित शमशान घाट में हुआ। इसी के साथ भारत और उद्योग जगत का यह रतन अब हमेशा के लिए आसमान में चमकता रहेगा। उनका निधन 86 साल की उम्र में बुधवार की रात मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में हो गया।
रतन टाटा के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए मुंबई के नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स हॉल (NCPA) में रखा गया है। दोपहर 3.30 बजे तक लोगों ने उनका अंतिम दर्शन किया, जिसमें राजनीति, उद्योग जगत, बॉलीवुड से जुड़े तमाम लोग शामिल थें। रतन टाटा को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। महाराष्ट्र और झारखंड सरकार ने एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है।
रतन टाटा की अंतिम विदाई में शामिल हुए सभी धर्मों के गुरु, की गई सर्वधर्म प्रार्थना#RIPRatanTata #RatanTata #TataSons #TataGroup #PanchayatiTimes pic.twitter.com/5LdhpMUWOU
— Panchayati Times (@panchayati_pt) October 10, 2024
महाराष्ट्र कैबिनेट ने रतन टाटा को भारत रत्न देने का प्रस्ताव पास किया
टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा के निधन के बाद उनका नाम देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न के लिये प्रस्तावित कर दिया गया है. महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार ने कैबिनेट बैठक में इस पर चर्चा की कि रतन टाटा का नाम भारत रत्न पुरस्कार के लिए प्रस्तावित किया जाना चाहिए और बाद में यह पारित भी किया गया. कैबिनेट बैठक के दौरान रतन टाटा की याद में शोक प्रस्ताव भी पारित किया गया.
लालकृष्ण आडवाणी ने दी रतन टाटा को श्रद्धांजलि
बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने रतन टाटा के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि मेरी उनसे आखिरी बात इसी साल फरवरी में हुई थी, जब उन्होंने मुझे भारत रत्न मिलने पर बधाई दी थी. उनकी गर्मजोशी, उदारता और दयालुता हमेशा याद रहेगी.
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आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने रतन टाटा को दी श्रद्धांजलि
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने रतन टाटा को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा कि मैं यहां उन्हें श्रद्धांजलि देने आया था. रतन टाटा दूरदर्शी थे और कॉरपोरेट गवर्नेंस के एथिक्स में विश्वास करते थे. वह देश के बेटे थे. उनका निधन देश के लिए बड़ा नुकसान है. जब भी आधुनिक भारत का आर्थिक इतिहास लिखा जाएगा तो उनकी उपलब्धियों का जिक्र जरूर होगा.
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