पीएम मोदी ने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि यहां के कई साथियों ने खेती और किसानी को लेकर विस्तार से अपने विचार रखे हैं. अनेक बातें सकारात्मक रूप से भी रखी है. किसानों को लेकर सभी सदस्यों को और उनकी भावनाओं का आदर करता हूं. बीते 10 वर्ष में हमारी खेती हर प्रकार से लाभकारी हो, इस पर हमने ध्यान केंद्रित किया है और अनेक योजनाओं से ताकत देने का प्रयास किया है. चाहे फसल के लिए ऋण हो, नए बीज उपलब्ध हो, खाद की कीमत उचित हो. चाहे एमएसपी पर खरीद की बात हो. एक प्रकार से बीज से बाजार तक हमने किसानों के लिए हर व्यवस्था को बहुत माइक्रो प्लानिंग के साथ मजबूती देने का भरसक प्रयास किया है. हमने कृषि को एक व्यापक स्वरूप में देखा है और मछुआरों को भी किसान क्रेडिट कार्ड मुहैया कराया है.
https://twitter.com/sansad_tv/status/1808401771523641683
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में 10 साल में एक बार किसानों की कर्जमाफी हुई और किसानों को गुमराह करने का भरसक प्रयास किया गया था और 60 हजार करोड़ की कर्जमाफी का इतना हल्ला मचाया था. उसके लाभार्थी सिर्फ तीन करोड़ किसान थे. गरीब किसान का तो नाम-ओ-निशान नहीं था. उनको लाभ पहुंच भी नहीं पाया था. जब किसान कल्याण हमारी सरकार के हृदय के केंद्र में हो तो नीतियां कैसे बनती हैं और लाभ कैसे होता है, उसका सदन को उदाहरण देना चाहता हूं. हमारी योजना का लाभ 10 करोड़ किसानों को हुआ है. तीन लाख करोड़ हम किसानों को दे चुके हैं. देश देख रहा है झूठ फैलाने वालों की सत्य सुनने की ताकत भी नहीं होती है. सत्य से मुकाबला करना इसके लिए जिनके हौसले नहीं हैं, वो बैठकर के इतनी चर्चा के बाद उन्होंने उठाए हुए सवालों के जवाब सुनने की हिम्मत नहीं है. ये अपर हाउस को अपमानित कर रहे हैं.
यह भी पढ़ें: पीएम मोदी ने क्यों कहा, हमारी सरकार के 10 साल हुए हैं, 20 साल अभी बाकी है
उन्होंने फर्टिलाइजर को लेकर कहा कि वैश्विक संकटों की वजह से कुछ समस्याएं उत्पन्न हुईं लेकिन हमने 12 हजार करोड़ रुपये की सब्सिडी देकर इसका असर किसानों पर नहीं पड़ने दिया. हमने कांग्रेस के मुकाबले कहीं अधिक पैसा किसानों तक पहुंचाया. अन्नभंडारण का विश्व का सबसे बड़ा अभियान हमने हाथ में लिया और इस दिशा में काम चल पड़ा है. फल और सब्जी की तरफ हम चाहते हैं कि किसान मुड़े और उसके भंडारण की दिशा में हम काम कर रहे हैं. सबका साथ, सबका विकास के मंत्र पर हमने देश की विकास यात्रा को रफ्तार देने की कोशिश की है.