देश को आज अपने नए चीफ जस्टिस मिल गए हैं। जस्टिस संजीव खन्ना (Justice Sanjeev Khanna) देश के 51वें मुख्य न्यायाधीश बन गए हैं। सोमवार को उन्हें देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद की गोपनीयता की शपथ दिलाई। चीफ जस्टिस संजीव खन्ना का कार्यकाल आज यानी 11 नवंबर से शुरु हो गया है।
चलिए जानते हैं कौन हैं चीफ जस्टिस संजीव खन्ना। किन मामलों के लिए हैं फेमस और किन मामलों का कर चुके हैं निपटारा..
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भारत के नए चीफ जस्टिस संजीव खन्ना ने अपने न्यायिक करियर में कई महत्वपूर्ण और प्रभावशाली निर्णय दिए हैं। कुछ प्रमुख फैसलों में अनुच्छेद 370 के अंत, इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVM) की वैधता, और इलेक्टोरल बॉन्ड की संवैधानिकता से संबंधित मामले शामिल हैं।
अनुच्छेद 370 को लेकर, उन्होंने जम्मू और कश्मीर के विशेष दर्जे को समाप्त करने के निर्णय का हिस्सा बने, जो राष्ट्रीय स्तर पर एक ऐतिहासिक निर्णय था। इसके अलावा, इलेक्टोरल बॉन्ड की वैधता पर उन्होंने पारदर्शिता और चुनावी प्रक्रियाओं की सुरक्षा को लेकर महत्वपूर्ण विचार रखे अनुच्छेद 142 के तहत तलाक का केस, दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत का केस और आरटीआई निर्णय खास हैं।
दिल्ली में हुआ जन्म
भारत के वर्तमान चीफ जस्टिस संजीव खन्ना का जन्म 14 मई 1960 को दिल्ली में हुआ था। उनका परिवार कानून और न्यायपालिका में गहरा योगदान रखता है। उनके पिता, न्यायमूर्ति देव राज खन्ना, दिल्ली उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश थे, और उनके मामा, न्यायमूर्ति एच. आर. खन्ना, एक प्रतिष्ठित न्यायाधीश थे जो अपने स्वतंत्रता के पक्ष में ऐतिहासिक मत के लिए जाने जाते हैं। संजीव खन्ना ने दिल्ली विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई की और 1983 में अपने कानूनी करियर की शुरुआत की।