राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे को ED का समन मिलने और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डोटासरा के आवास पर ED का छापा पड़ने के मुद्दे को लेकर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने पार्टी मुख्यालय में प्रेस को सम्बोधित किया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राजस्थान की अशोक गहलोत ने भ्रष्टाचार के रिकॉर्ड तोड़ते हुए नए बेंचमार्क बना दिए हैं। राजस्थान के लाखों युवाओं के भविष्य को अंधकारमय बनाते हुए वहां लगातार पेपर लीक हुए। राजस्थान में 19 बार पेपर लीक हुए, जिससे विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सम्मिलित हुए राज्य के 70 लाख युवाओं का भविष्य न केवल अंधकारमय हुआ अपितु सरकार द्वारा प्रतियोगी परीक्षाओं के माध्यम से भर्ती की व्यवस्था से भी प्रदेश के लोगों का विश्वास समाप्त हो गया है।
गहलोत सरकार इसपर लीपापोती करते रहे
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पहले पेपर लीक की घटना से लेकर 19वीं पेपर लीक तक लगातार गहलोत सरकार इसपर लीपापोती करते रहे। प्रारंभ के पेपर लीक के समय अशोक गहलोत जी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि इस तरह की घटनाएं होना सामान्य बात है और अन्य प्रदेशों में भी इस तरह की घटनाएं होती रहती हैं।
पेपर लीक की सभी घटनाओं पर गहलोत सरकार लगातार लीपापोती करती रही।
लेकिन इस प्रकरण में ED की जांच के बाद इसके सरगना की गिरफ्तारी हुई और जो साक्ष्य मिले, उनके आधार पर कार्रवाई की गई है, जिससे आज गहलोत सरकार बैकफुट पर है और बौखलाई हुई है।
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बाद में उन्होंने कहा कि हम इसकी जांच करवाएंगे। लेकिन ये पेपर लीक का क्रम न थमने पर उन्होंने कहा कि इसमें कोई भी अधिकारी और कर्मचारी लिप्त नहीं है। पेपर लीक की हर घटना के बाद वो हर अधिकारी, कर्मचारी और राजनेताओं को क्लीनचिट देते रहे। भाजपा के प्रचंड आंदोलन और मीडिया के दबाव में आकर गहलोत सरकार को कुछ कार्रवाई करनी पड़ी। जिसके बाद RPSC के एक सदस्य जेल गए और कांग्रेस सरकार द्वारा मंत्री का दर्जा प्राप्त एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया।
अब जब इस प्रकरण से जुड़ी हुई बड़ी मछलियों पर ईडी ने करवाई करनी शुरू की है, तब अशोक गहलोत सरकार को अपनी कुर्सी खिसकती हुई दिखाई दे रही है। आज पेपर लीक से प्रभावित हुए 70 लाख युवाओं और उनके परिजनों में इस करवाई के चलते न्याय की उम्मीद जागी है। गहलोत जी को बताना चाहिए कि यदि गोविन्द सिंह डोटासरा के तर पेपर लीक से जुड़े मिलते हैं, तो क्या वो उन पर करवाई करेंगे।
क्या है मामला ?
प्रवर्तन निदेशालय ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को 27 अक्टूबर को ईडी ऑफिस, दिल्ली में तलब किया है। इसके साथ ही राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा के जयपुर स्थित घर पर ईडी ने सुबह-सुबह छापा मारा।
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मुख्यमंत्री गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम के तहत समन भेजा गया है। वैभव गहलोत पर मॉरीशस स्थित कंपनी शिवनार होल्डिंग्स के माध्यम से नाजायज धन को ठिकाना लगाने का आरोप है। राजस्थान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा पर पेपर लीक मामले में छापेमारी हो रही है।
ED, BJP का टिड्डी दल है
सीएम अशोक गहलोत ने राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डोटासरा के आवास पर पड़े छापे एवं अपने बेटे को ED का समन मिलने पर कहा प्रेस से बात करते हुए कहा कि ED, BJP का टिड्डी दल है। जैसे टिड्डी दल फसल चट कर जाता है, वैसे ही ED भी BJP की फसल को चट कर जाएगी। गांव-गांव में यह खबर फैल जाएगी कि “BJP के लोग ED का प्रयोग टिड्डी दल की तरह कर रहे हैं।” राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बन रही है, इसलिए BJP घबराई हुई है।
सचिन पायलट ने क्या कहा ?
प्रतिशोध की ओछी राजनीति में वैभव गहलोत को दिए समन पर सचिन पायलट जी की दो टूक-
मुख्यमंत्री के बेटे वैभव गेहलोत को जो समन दिया गया है, वो 12 साल पुराना मामला है।
चुनाव तारीखों के ऐलान के बाद अचानक से समन भेजा जाना, सब समझते हैं इसके पीछे क्या सोच हो सकती है। pic.twitter.com/BgR1UHa2t7
— Congress (@INCIndia) October 26, 2023