भारत में ग्राम पंचायतें स्थानीय स्तर पर शासन व्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। ग्रामीण लोगों के जीवन स्तर को बेहतर करने के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता के क्षेत्र में ग्राम पंचायतें उल्लेखनीय कार्य कर रही है। इस क्षेत्र में बिहार के मुजफ्फरपुर जिला के कटरा प्रखंड स्थित ‘जजुआर मध्य’ पंचायत एक बेहतरीन उदाहरण बनकर उभरा है।
‘जजुआर मध्य’ पंचायत “स्वस्थ पंचायत” की परिकल्पना को साकार कर रही है। इस ग्राम पंचायत के अनुकरणीय कार्यों का नेतृत्व वहां के मुखिया सुमन नाथ ठाकुर कर रहे हैं। उनके द्वारा किये गए उल्लेखनीय कार्यों के उन्हें पिछले दिनों राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु द्वारा सम्मानित किया गया। आइए, इस पंचायत की उपलब्धियों, योजनाओं और विकास के पहलुओं पर विस्तृत दृष्टि डालें।
स्वस्थ पंचायत किसे कहते हैं?
स्वस्थ पंचायत उन ग्राम पंचायतों को कहा जाता है जहां सभी आयु वर्गों के लिए अच्छा स्वास्थ्य और खुशहाली, गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं, सभी का टीकाकरण एवं उचित और किफायती कीमतों पर दवाओं की उपलब्धता हो।
‘जजुआर मध्य’ पंचायत की मुख्य उपलब्धियां
‘जजुआर मध्य’ पंचायत में बेहतर स्वछता एवं सफाई सुनिश्चित करना।
स्वास्थ्य शिविर का आयोजन एवं निवारक देखभाल करना।
प्रारंभिक बाल्यावस्था स्वास्थ्य के लिए आंगनबाड़ी केंद्र का स्थापना करना एवं उसे सुचारु रूप से चलाना।
सामुदायिक स्वास्थ्य शिक्षा के क्षेत्र में काम करना।
सतत विकास करना।
नल जल विकास योजना के तहत पानी टंकी का निर्माण करना।
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‘जजुआर मध्य’ पंचायत का परिचय
‘जजुआर मध्य’ पंचायत की कुल जनसंख्या 17372 हैं। इसमें पुरुषों की संख्या 8420 और महिलाओं की संख्या 8952 है। इस ग्राम पंचायत में कुल निर्वाचित सदस्य 28 है, जिसमें 12 पुरुष और 16 महिलाऐं हैं। इस पंचायत में एक ग्राम स्वास्थ्य अस्पताल है।