पंचायती राज दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के मधुबनी जिले में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। इस अवसर पर पीएम ने हालिया आतंकी हमले को लेकर सख्त संदेश देते हुए कहा कि भारत की आत्मा पर हमला करने की दुस्साहसिक कोशिश करने वालों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा दी जाएगी।
प्रधानमंत्री ने कहा, “आतंकी और उनके आका भारत की इच्छाशक्ति को कम आंकने की भूल कर रहे हैं। 140 करोड़ भारतवासी उनकी कमर तोड़ देंगे। आतंक की बची-खुची जमीन को भी अब मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है।”
सभा की शुरुआत में पीएम मोदी ने 22 अप्रैल को आतंकवादी हमले में शहीद हुए देशवासियों को श्रद्धांजलि देते हुए मौन रखा और सभी उपस्थित जनों से भी मौन धारण करने की अपील की।
बिहार को विकास की सौगात
प्रधानमंत्री मोदी ने पंचायती राज दिवस पर बिहार को हजारों करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की सौगात दी। बिजली, रेल और बुनियादी ढांचे से जुड़े प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण करते हुए उन्होंने कहा कि इससे बिहार में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि “बिहार की धरती वह भूमि है, जहां से बापू ने सत्याग्रह का संदेश दिया था। जब तक गांव मजबूत नहीं होंगे, भारत का तेज विकास संभव नहीं। यही भावना पंचायती राज की नींव है।”
उन्होंने बताया कि बीते एक दशक में 2 लाख से अधिक ग्राम पंचायतों को इंटरनेट से जोड़ा गया है और 5.5 लाख से अधिक कॉमन सर्विस सेंटर बनाए गए हैं, जिससे पंचायतें अब डिजिटल रूप से सशक्त हुई हैं।
महिला सशक्तिकरण की मिसाल बना बिहार
पीएम मोदी ने कहा कि बिहार देश का पहला राज्य है, जिसने पंचायतों में महिलाओं को 50% आरक्षण दिया। आज हजारों की संख्या में गरीब, दलित, महादलित, पिछड़े वर्ग की महिलाएं पंचायतों में नेतृत्व कर रही हैं। इसे उन्होंने “सच्चा सामाजिक न्याय और सामाजिक भागीदारी” बताया।
बिजली, रेल और आवास योजनाओं की लहर
प्रधानमंत्री ने क्षेत्र में बिजली वितरण को मजबूत करने के लिए 1,170 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की आधारशिला रखी। साथ ही पुनर्गठित वितरण क्षेत्र योजना के तहत 5,030 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया।
रेल क्षेत्र में उन्होंने सहरसा-मुंबई अमृत भारत एक्सप्रेस, जयनगर-पटना नमो भारत रैपिड रेल और अन्य ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। इसके साथ ही सुपौल-पिपरा और हसनपुर-बिथान रेल लाइनों, छपरा और बगहा में दो रेल ओवरब्रिज का उद्घाटन भी किया।
ग्रामीण महिलाओं को मिला सामुदायिक निवेश कोष
प्रधानमंत्री ने दीनदयाल अंत्योदय योजना – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM) के तहत बिहार के दो लाख से अधिक स्वयं सहायता समूहों को 930 करोड़ रुपये का सामुदायिक निवेश कोष सौंपा।
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पीएमएवाई-ग्रामीण के तहत उन्होंने 15 लाख नए लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र सौंपा, जबकि 10 लाख लाभार्थियों को किस्तें वितरित की गईं। बिहार में 1 लाख ग्रामीण और 54,000 शहरी घरों के गृह प्रवेश का भी आयोजन हुआ, जिसमें उन्होंने कुछ लाभार्थियों को चाबियां सौंपीं।