बीजेपी ने कंगना राणावत के बयान से खुद को अलग कर लिया है। बीजेपी का केंद्रीय मीडिया विभाग की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि भाजपा सांसद कंगना राणावत द्वारा किसान आंदोलन के परिप्रेक्ष्य में दिया गया बयान, पार्टी का मत नहीं है। भारतीय जनता पार्टी कंगना राणावत के बयान से असहमति व्यक्त करती है। बीजेपी ने कहा कि पार्टी की ओर से पार्टी के नीतिगत विषयों पर बोलने के लिए कंगना राणावत को न तो अनुमति है और न ही वे बयान देने के लिए अधिकृत हैं।
https://twitter.com/ANI/status/1828022982775595196
प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि भारतीय जनता पार्टी की ओर से कंगना राणावत को निर्देशित किया गया है कि वे इस प्रकार के कोई बयान भविष्य में न दें। भारतीय जनता पार्टी सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास तथा सामाजिक समरसता के सिद्धांतों पर चलने के लिए कृतसंकल्पित है।
क्या कहा था कंगना राणावत ने?
कंगना राणावत ने एक इंटरव्यू में कहा कि आज हमारा शीर्ष नेतृत्व कमजोर होता तो बांगलादेश जैसी स्थिति भारत में भी हो सकती थी। यहाँ किसान आंदोलन के दौरान क्या हुआ, सबने देखा। कैसे प्रोटेस्ट के नाम पर हिंसा फैलाई गई। वहां रेप हो रहे थे, मारकर लाशों को लटकाया जा रहा था। जब उस बिल को वापस लिया गया तो ये उपद्रवी चौंक गए क्योंकि उनकी प्लानिंग तो बहुत लंबी थी। उन पर समय रहते कंट्रोल पा लिया गया वार्ना वे कुछ भी कर सकते थे।
कांग्रेस ने बीजेपी पर बोला हमला
कांग्रेस सांसद रणदीप सुरजेवाला ने कंगना के बयान पर कहा कि आखिर भाजपा वालों को देश के अन्नदाता से इतनी नफरत क्यों है ? भाजपा ने तो हमेशा हमारे अन्नदाताओं पर झूठ,फरेब, साजिश और अत्याचार किया है। और एक बार फिर हमारे अन्नदाताओं पर बीजेपी की सांसद ने अनर्गल आरोप लगाया है।
https://twitter.com/rssurjewala/status/1827923045400416349
यह भी पढ़ें: …तो हम हेमंत सोरेन के साथ: असम सीएम हिमंता बिस्व सरमा
सुरजेवाला ने बीजेपी से पूछा सवाल
क्या कंगना ने बीजेपी की चुनावी रणनीति के हिसाब से किसान पर ये घटिया आरोप लगाया है ?
क्या कंगना के सिर्फ शब्द थे या फिर कॉपी किसी और ने लिखी है ?
अगर नहीं तो फिर देश के प्रधानमंत्री, हरियाणा के मुख्यमंत्री और तमाम बीजेपी सांसद-विधायक इस मसले पर खामोश क्यों हैं ?