न ये आंकड़ों की बाजीगरी है न ही कोई भावुक वक्तव्य.ये बात गंभीर है और भारत के सुदृढ़ आर्थिक भविष्य की तरफ इशारा कर रही है. जिस व्यक्ति का यह कथन है वह और कोई नहीं बल्कि दुनिया का जाना माना इन्वेस्टर जिम रोजर्स है.
विश्व के दिग्गज निवेशक जिम रोजर्स न बच्चे हैं न ही युवा. वे विश्व के वयोवृद्ध आर्थिक सेनानी हैं. 82 वर्षीय जिम रोजर्स का कहना है कि विगत कुछ वर्षों में पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत की अर्थव्यवस्था और शेयर बाजार में काफी सारे बड़े बदलाव आए हैं.
अनुभवी वैश्विक निवेशक जिम रोजर्स (Jim Rogers) ने हाल ही में मीडिया से बात करते समय भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की नीतियों की सराहना में बिलकुल कंजूसी नहीं की.
ऐसा पहली बार हुआ है पिछले सत्तर सालों में
रोजर्स ने कहा कि कई दशकों बाद ऐसा हुआ है कि भारत सही आर्थिक फैसले ले रहा है. इस अनुभवी निवेशक का मानना है कि पिछले कुछ वर्षों में भारत के प्रधानमंत्री मोदी का सूझबूझ भरा नेतृत्व देश की अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने में सफल रहा है और परिणामतः शेयर बाजार में बहुत से महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिले हैं. आज़ादी के सौ साल बाद याने कि 2047 तक भारत विकास के क्षेत्र में बुलंदियों को छूने जा रहा है.
भारत के विकास की गति और दिशा को भांपते हुए जिम रोजर्स कहते हैं कि भारत का आर्थिक भविष्य अच्छा है इस कारण वो फिर से यहां निवेश करना पसंद करेंगे.
ये कहा वैश्विक निवेशक ने
जिम रोजर्स का कहना है कि ‘आप जानते हैं, कई दशकों तक भारत बहुत सी अच्छी चीजों के बारे में बात करता रहा है. पर वास्तविकता के धरातल पर उसने उन पर कार्यान्वयन नहीं किया. मुझे कभी ऐसा नहीं लगा कि भारत अर्थशास्त्र को समझता है. भारत को ये भी सही तरह से नहीं पता कि आगे क्या करना चाहिए, लेकिन अब मेरे विचार बदल गए हैं. अपने जीवन में प्रथम बार मुझे लग रहा है कि दिल्ली चीजों को समझ रही है. और इससे ज़ाहिर है कि अब आगे चीजें आगे बेहतर होने वाली हैं.’
दस साल में आये 8 ट्रिलियन डॉलर
बीते एक दशक में भारत की अर्थव्यवस्था में मजबूत वृद्धि दर्ज की गई है. सबसे अहम् बात ये है कि भारत में आजादी के बाद निवेश हुए कुल 14 ट्रिलियन डॉलर्स में से 8 ट्रिलियन डॉलर तो सिर्फ पिछले दस सालों में आए हैं. दूसरी बड़ी बात ये भी है कि पिछले 10 सालों में भारत के 25 करोड़ से अधिक लोग गरीबी रेखा से बाहर आए हैं.
‘भारत में करूँगा इन्वेस्टमेंट’
रोजर्स ने आंकड़ों की तस्वीर पेश करते हुए कहा कि भारत की विकास दर G20 देशों में सबसे अधिक सात प्रतिशत है. वित्त वर्ष 2024-25 के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की ओर से विकास दर का अनुमान सवा सात प्रतिशत के करीब निर्धारित किया गया है. इसका सीधा कारण भारत में निजी उपभोग का बढ़ना है.
भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रशंसक
रोजर्स ने भारत के आर्थिक प्रवक्ता वाले अंदाज में कहा कि कई वर्षों के बाद भारत को अब ये अनुभव हो रहा है कि संपन्नता और सफलता कोई बुरी बात नहीं है. उन्होंने कहा, ‘भारत में सकारात्मक परिवर्तन सामने आ रहे हैं. मैं यहां कई सकारात्मक बदलावो का साक्षी बना हूँ. अंत में उन्होंने किसी लाग-लपेट के बिना साफ़ साफ़ कहा कि भारत के उज्ज्वल भविष्य को देखते हुए मैं यहां आगे भी निवेश करूंगा.’
क्वांटम फंड औरसोरोस फंड मैनेजमेंट के सह-संस्थापक
मूल रूप से जेम्स बीलैंड रोजर्स जूनियर (जन्म 19 अक्टूबर, 1942) सिंगापुर के रहने वाले हैं और एक जानेमाने अमेरिकी निवेशक और वित्तीय टिप्पणीकार हैं. वे बीलैंड इंटरेस्ट्स, इंक के अध्यक्ष हैं। उन्होंने सह-संस्थापक के तौर पर क्वांटम फंड औरसोरोस फंड मैनेजमेंट की स्थापना भी की है. वे रोजर्स इंटरनेशनल कमोडिटीज इंडेक्स (RICI) के निर्माता के रूप में भी जाने जाते हैं.