राजस्थान में आज प्रवर्तन निदेशालय (ED) एक्शन मोड में आ गई। प्रवर्तन निदेशालय ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को 27 अक्टूबर को ईडी ऑफिस, दिल्ली में तलब किया है। इसके साथ ही राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा के जयपुर स्थित घर पर ईडी ने सुबह-सुबह छापा मार दिया।
मुख्यमंत्री गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम के तहत समन भेजा गया है। वैभव गहलोत पर मॉरीशस स्थित कंपनी शिवनार होल्डिंग्स के माध्यम से नाजायज धन को ठिकाना लगाने का आरोप है। राजस्थान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा पर पेपर लीक मामले में छापेमारी हो रही है।
चुनाव आते ही ED, CBI, IT आदि भाजपा के असली ‘पन्ना प्रमुख’ बन जाते
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इस मुद्दे पर ट्वीट करते हुए कहा कि चुनाव आते ही ED, CBI, IT आदि भाजपा के असली ‘पन्ना प्रमुख’ बन जाते हैं। राजस्थान में अपनी निश्चित हार को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने चला अपना आख़िरी दाँव ! ED ने छत्तीसगढ़ के बाद राजस्थान में भी विधानसभा चुनाव अभियान में उतरते हुए कांग्रेसी नेताओं के ख़िलाफ़ कार्रवाई शुरू कर दी है। मोदी सरकार की तानाशाही लोकतंत्र के लिए घातक है। हम एजेंसियों के दुरपयोग के ख़िलाफ़ लड़ते रहेंगे, जनता भाजपा को क़रारा जवाब देगी।
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राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत ने अपने बेटे को समन भेजे जाने पर कहा कि दिनांक 25/10/23 को राजस्थान की महिलाओं के लिए कांग्रेस की गारंटियाँ लॉंच कि गई और दिनांक 26/10/23 को राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह जी डोटासरा के यहाँ ED की रेड और मेरे बेटे वैभव गहलोत को ED में हाज़िर होने का समन भेज दिया गया। अब आप समझ सकते हैं, जो मैं कहता आ रहा हूँ कि राजस्थान के अंदर ED की रेड रोज़ इसलिए होती है क्योंकि भाजपा ये नहीं चाहती कि राजस्थान में महिलाओं को, किसानों को, गरीबों को कांग्रेस द्वारा दी जा रही गारंटियों का लाभ मिल सके।