कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में 13 अगस्त को महासचिवों, राज्य प्रभारियों और राज्य अध्यक्षों सहित कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेताओं की एक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में अडानी और सेबी से संबंधित नवीनतम घोटाले पर भी चर्चा की। कांग्रेस ने 22 अगस्त को देशव्यापी आंदोलन शुरू करने का फैसला किया है।
इन मुद्दों पर कांग्रेस करेगी आंदोलन
कोंग्रस ने अडानी पर हिडेनबर्ग की रिपोर्ट पर संयुक्त संसदीय समिति (JPC) की मांग की है। इसके साथ ही सेबी प्रमुख की इस्तीफे की मांग की है। कांग्रेस ने 22 अगस्त को सभी राज्यों के राजधानी में सेबी ऑफिस के बाहर प्रदर्शन करने की निर्णय किया है।
कांग्रेस ने राष्ट्रीय स्तर पर केंद्र सरकार द्वारा जातिगत जनगणना करने की मांग की है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बताया कि संविधान के अनुसार जातिगत जनगणना की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की होती है। राज्य सरकार केवल सर्वेक्षण करा सकती है।
तीसरा मुद्दा के रूप कांग्रेस ने केंद्र सरकार से वायनाड में आए त्रासदी को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की है।
यह भी पढ़ें: जल्द शुरू होगा दरभंगा एम्स का निर्माण, भूमि की गई हस्तांतरित
बांग्लादेश मुद्दे पर कांग्रेस क्या बोली?
बांग्लादेश के मुद्दे पर कांग्रेस ने कहा कि बैठक में भारत सरकार से यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठाने का आह्वान किया गया कि बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों और उनके पूजा स्थलों पर लक्षित हमलों को रोका जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि वे सुरक्षा, सम्मान और सद्भाव का जीवन जीने में सक्षम हों।