जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद तनाव की स्थिति बनी हुई है। अब एक और बड़ी खबर आई है। खुफिया एजेंसियों के अनुसार कश्मीर में एक बार फिर हमला होने वाला है। लश्कर ए तैयबा के खतरनाक मॉड्यूल ने कश्मीर में हमले की बात कही है जिसके बाद से खुफिया एजेंसियों ने इस खतरनाक मॉड्यूल से सतर्क रहने को कहा है।
सूत्रों से ये भी पता चला है कि, लश्कर ए तैयबा पर्यटक स्थलों को टारगेट में ले रहा है। इसके अलावा मॉड्यूल के निशाने पर दक्षिणी कश्मीर भी है। खबर के बाद से पर्यटक स्थलों और दक्षिणी कश्मीर में अलर्ट जारी कर दिया गया है। साथ ही इन जगहों पर भारतीय सेना और सुरक्षाबल तैनात कर दिए गए हैं।
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बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम के बैसरन मैदान में आतंकियों द्वारा पर्यटकों पर गोलीबारी की थी, जिसमें 26 बेकसूर लोगों की जान चली गई थी। हमले के बाद से भारत ने पाक कि खिलाफ कई बड़े फैसले लिए…
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, “इस आतंकवादी हमले की गंभीरता को समझते हुए, सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) ने निम्नलिखित उपायों पर निर्णय लिया-
1- 1960 की सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से स्थगित रखा जाएगा, जब तक कि पाकिस्तान विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय रूप से सीमा पार आतंकवाद के लिए अपने समर्थन को त्याग नहीं देता।
2- एकीकृत चेकपोस्ट अटारी को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया जाएगा। जो लोग वैध तरीके के साथ सीमा पार कर चुके हैं, वे 1 मई 2025 से पहले उस मार्ग से वापस आ सकते हैं।
3- पाकिस्तानी नागरिकों को SAARC वीजा छूट योजना के तहत भारत की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। पाकिस्तानी नागरिकों को अतीत में जारी किए गए किसी भी SVES वीजा को रद्द माना जाएगा। SVES वीजा के तहत वर्तमान में भारत में मौजूद किसी भी पाकिस्तानी नागरिक के पास भारत छोड़ने के लिए 48 घंटे हैं।
4- नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग में रक्षा, सैन्य, नौसेना और वायु सलाहकारों को अवांछित व्यक्ति घोषित किया जाता है। उनके पास भारत छोड़ने के लिए एक सप्ताह का समय है।
5- भारत इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग से अपने रक्षा, नौसेना और वायु सलाहकारों को वापस बुलाएगा। संबंधित उच्चायोगों में ये पद निरस्त माने जाएंगे।