ईरान के दक्षिण-पश्चिम में स्थित रणनीतिक रूप से अहम बंदर अब्बास शहर के शहीद राजई बंदरगाह पर शनिवार को एक जबरदस्त धमाका हुआ, जिससे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार इस हादसे में 500 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं, जबकि मृतकों की संख्या की आधिकारिक पुष्टि अब तक नहीं हो सकी है।
घटना की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि विस्फोट के तुरंत बाद बंदरगाह की समस्त गतिविधियों को स्थगित कर दिया गया। मौके पर मौजूद चश्मदीदों के मुताबिक धमाके के बाद बंदरगाह क्षेत्र में भगदड़ की स्थिति बन गई और लोग चीख-पुकार करते हुए इधर-उधर भागने लगे।
राहत और बचाव कार्य जारी
धमाके के तुरंत बाद दमकल विभाग और बचाव दल घटनास्थल पर पहुंच गए। आग पर काबू पाने के लिए दर्जनों दमकल गाड़ियाँ तैनात की गई हैं। घायल लोगों को पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है और स्वास्थ्य विभाग को हाई अलर्ट पर रखा गया है। स्थानीय प्रशासन का कहना है कि घायलों की हालत गंभीर होने के कारण मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।
विस्फोट का कारण अब तक स्पष्ट नहीं
हालांकि धमाके की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है, लेकिन अधिकारियों ने आशंका जताई है कि विस्फोट किसी औद्योगिक रासायनिक पदार्थ या कंटेनर में अचानक आग लगने के कारण हो सकता है। वहीं, कुछ रिपोर्टों में संभावित साजिश या तकनीकी खामी की भी चर्चा हो रही है। जांच एजेंसियाँ फिलहाल हर एंगल से मामले की छानबीन कर रही हैं।
रणनीतिक दृष्टि से अहम है शहीद राजई बंदरगाह
शहीद राजई बंदरगाह ईरान का सबसे बड़ा समुद्री व्यापारिक केंद्र है और देश के कुल आयात-निर्यात का एक बड़ा हिस्सा यहीं से होता है। इस बंदरगाह की स्थिति फारस की खाड़ी के करीब होने के कारण यह ईरान की सुरक्षा और व्यापार नीति में विशेष भूमिका निभाता है। इस बंदरगाह पर रोजाना हजारों कर्मचारी कार्यरत रहते हैं, ऐसे में इस धमाके का असर व्यापक माना जा रहा है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा
विस्फोट के बाद अभी तक किसी देश या संगठन की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन यह घटना ऐसे समय में हुई है जब खाड़ी क्षेत्र पहले से ही भू-राजनीतिक तनावों से गुजर रहा है, जिससे अंतरराष्ट्रीय चिंता बढ़ सकती है।
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सरकारी सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रपति कार्यालय लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और राहत कार्यों की निगरानी की जा रही है। वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी आसपास के अस्पतालों में आपातकालीन सेवाएं सक्रिय कर दी हैं।