प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में चुनाव आयोग के दो चुनाव आयुक्तों के चयन के लिए उच्च स्तरीय चयन समिति की बैठक खत्म हो गई। इस बैठक के ख़त्म होने के बाद चयन समिति के सदस्य अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि ज्ञानेश कुमार और सुखबीर संधू होंगे अगले चुनाव आयुक्त। इसके साथ ही कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने चायब प्रक्रिया पर सवाल भी उठाया। इस बैठक का आयोजन 15 मार्च को होने वाली थी, जिसे एक दिन पहले ही आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए बुलाई गई है। इस बैठक में पीएम मोदी, विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी एवं प्रधानमंत्री द्वारा नामित केंद्र सरकार के एक मंत्री उपस्थित रहेंगे। पीएम मोदी ने केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को इस समिति के लिए नामित किया है।
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चुनाव आयुक्त के लिए इन नामों को शॉर्टलिस्टेड किया गया था
चयन समिति में शामिल कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने बताय कि चुनाव आयुक्तों की चयन के लिए कुल 6 नाम आए थें। इनमे प्रदीप कुमार त्रिपाठी, उत्पल कुमार सिंह , ज्ञानेश कुमार , इंदिवीर पांडेय, सुखबीर सिंह, गंगाधर राहत का नाम शामिल है। इनमे से ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह को अगले चुनाव आयुक्त के लिए चयन किया गया है। अधीर रंजन चौधरी ने चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि मैं इस चयन प्रक्रिया को मान्यता नहीं देता हूँ। आपको बताते चलें कि चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने 9 मार्च को अचानक इस्तीफा दे दिए था। इसके अलावा एक अन्य चुनाव आयुक्त फरवरी में ही रिटायर हो गए थे। चुनाव आयोग में कुल तीन चुनाव आयुक्त होते हैं, जिसमें से एक मुख्य चुनाव आयुक्त एवं दो चुनाव आयुक्त होते हैं।
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चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति कौन करता है ?
प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय चयन समिति के द्वार चुने गए दोनों चुनाव आयुक्तों को भारत की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के द्वारा नियुक्त की जाएगी। इससे पहले कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के द्वार सर्च कमिटी की बैठक बुधवार की शाम को आयोजित की गई थी जिसके द्वारा 5 नामों को शॉर्टलिस्ट किया। उसके बाद इन पांच नामों को प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली चयन समिति में भेजा गया। चयन समिति के द्वार दो नामों का चयन कर उसे राष्टपति के पास भेज दिया जाएगा। फिर उन दोनों को राष्ट्रपति के द्वारा नियुक्त किया जाएगा।