जम्मू-कश्मीर और पंजाब में 8 और 9 मई की रात पाकिस्तानी ड्रोन हमलों की नाकाम कोशिशों के बाद, भारतीय सेना ने त्वरित और समन्वित कार्रवाई करते हुए नियंत्रण रेखा (LoC) के पास स्थित आतंकी लॉन्चपैड्स पर भीषण फायर असॉल्ट किया। इस कार्रवाई में कई आतंकी ठिकाने पूरी तरह तबाह कर दिए गए हैं।
सूत्रों के अनुसार, ये लॉन्चपैड्स सीमा के उस पार स्थित थे और लंबे समय से भारत के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों की योजना और क्रियान्वयन का केंद्र बने हुए थे। सेना की सटीक जवाबी कार्रवाई ने न केवल इन अड्डों को राख में बदल दिया, बल्कि आतंकी तंत्र को भी भारी क्षति पहुंचाई है।
ड्रोन हमलों के जवाब में हुई निर्णायक कार्रवाई
पाकिस्तान की ओर से पिछले दो दिनों में ड्रोन के माध्यम से भारतीय सैन्य और नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाने की साजिश रची गई थी। हालांकि भारतीय सेना और वायु रक्षा प्रणाली ने समय रहते सभी प्रयासों को विफल कर दिया। इसके तुरंत बाद भारतीय सेना ने जवाबी हमला करते हुए आतंकी लॉन्चपैड्स पर गोलाबारी की, जो पूरी तरह सटीक और विनाशकारी साबित हुई।
सुरक्षा बलों का सख्त संदेश
इस कार्रवाई के माध्यम से भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह अपनी सुरक्षा और संप्रभुता से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं करेगा। सेना की यह जवाबी कार्रवाई न केवल आतंकियों को करारा सबक है, बल्कि उन ताकतों को भी चेतावनी है जो भारत की स्थिरता को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रही हैं।
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बड़ा झटका आतंकियों को
रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, इस हमले से आतंकवादी संगठनों की संरचनात्मक क्षमताओं को भारी नुकसान पहुंचा है। भारतीय खुफिया एजेंसियों के अनुसार, इन लॉन्चपैड्स में बड़ी संख्या में हथियार, गोला-बारूद और संचार उपकरण जमा किए गए थे, जो अब नष्ट हो चुके हैं।
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भारतीय सेना की यह कार्रवाई उसकी रणनीतिक क्षमता, सटीकता और त्वरित प्रतिक्रिया की मिसाल है। यह संदेश अब साफ है कि भारत किसी भी आतंकी चुनौती का मुंहतोड़ जवाब देने में पूरी तरह सक्षम और तैयार है।