हरियाणा सीएम मनोहर लाल खट्टर ने अपना इस्तीफा दे दिया। ऐसी खबरें आ रही थी कि बीजेपी-जेजेपी गठबंधन कभी भी टूट सकती है। हरियाणा में पिछले चार साल से मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की नेतृत्व में जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) जिसकी अगुवाई दुष्यंत चौटाला कर रहे हैं, की सरकार चल रही थी। लोकसभा चुनाव में सीटों की बंटवारें पर दोनों पार्टियों के बीच सहमति न बन पाना इस गठबंधन की टूटने की प्रमुख वजह बन रही है।
हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कल देर रात केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी. इस दौरान उन्होंने एक से दो सीटें मांगी थी. सूत्रों के अनुसार बीजेपी अलाकमान ने उन्हें कहा कि जो गठबंधन का आगे विचार होगा, उससे अवगत कराया जाएगा. आज चंडीगढ़ में बीजेपी विधायकों के साथ निर्दलीयों विधायकों की जो बैठक बुलाई गई, उसमें गठबंधन में शामिल जेजेपी विधायकों को नहीं बुलाया गया.
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बीजेपी ने बुला रखी है विधायक दल की बैठक
बीजेपी ने विधायक दल की बैठक आज मंगलवार को बुला रखी है। विधायक दल की बैठक के लिए बीजेपी ने अर्जुन मुंडा और तरुण चुघ को अपना पर्यवेक्षक बनाकर भेज दिया है। इसमें बैठक में नए मुख्यमंत्री और नई सरकार की रुपरेखा पर चर्चा होगी। नायब सैनी हो सकते नए सीएम।
कांग्रेस और जेजेपी ने भी बुलाई विधायक दल की बैठक
कांग्रेस और जेजेपी ने भी अपने विधायक दल की बैठक दिल्ली में बुला ली है। जेजेपी के पास 10 सीटें हैं, वहीं कांग्रेस के पास 30 सीटें हैं। ऐसे मौके पर पार्टियों को अपने विधायक के टूटने का भी डर रहता है। इसलिए दोनों पार्टियां अपने कुनबे को बचाने में लगा हुआ है।
हरियाणा में विधानसभा की कुल 90 सीटें हैं. इन 90 सीटों में से 41 बीजेपी के पास हैं. वहीं 30 सीटें कांग्रेस, 10 सीटें इंडियन नेशनल लोकदल, एक हरियाणा लोकहित पार्टी और छह निर्दलीय हैं. हरियाणा में बहुमत के लिए 46 विधायक चाहिए. हरियाणा में बीते विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने जेजेपी के साथ मिलकर गठबंधन सरकार बनाई थी. उस चुनाव में बीजेपी को 41 जबकि जेजेपी को 10 सीटें मिली थी.