गुजरात के बनासकांठा जिले के डीसा कस्बे में मंगलवार, 1 अप्रैल को एक पटाखा फैक्ट्री में भयंकर आग लग गई, जिसमें अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं। यह हादसा सुबह करीब 9 बजे धुनवा रोड पर स्थित फैक्ट्री में हुआ।
हादसे की मुख्य बातें
- आग लगने का कारण: गोदाम में भंडारण की अनुमति थी, लेकिन यहां पटाखा फैक्ट्री संचालित हो रही थी। बताया जा रहा है कि गोदाम में बॉयलर के कारण भीषण आग लग गई।
- सिलसिलेवार विस्फोट: आग के कारण कई विस्फोट हुए, जिससे फैक्ट्री का स्लैब ढह गया और कई श्रमिक मलबे में फंस गए।
- रेस्क्यू ऑपरेशन: दमकल विभाग और एसडीआरएफ टीम ने मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य शुरू किया। मलबा हटाने के लिए जेसीबी मशीन का उपयोग किया गया।
- मृतक और घायल: अब तक 17 शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि 4 लोग गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं। हादसे के समय फैक्ट्री में 20 से अधिक लोग मौजूद थे, जिससे मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है।
आग का असर और स्थिति
आग इतनी भीषण थी कि गोदाम का मलबा 200 मीटर दूर तक उड़ गया। मृतकों के शव के अंग अलग-अलग स्थानों पर बिखर गए थे। बचाव कार्य में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा।
प्रशासनिक कार्रवाई
बनासकांठा कलेक्टर मिहिर पटेल ने बताया, “दमकल विभाग ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया। घायल मजदूरों को अस्पताल में भेजा गया है।” साथ ही, डीसा जीआईडीसी अग्नि घटना की जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं।
मालिक फरार
हादसे के बाद फैक्ट्री के मालिक फरार हो गए हैं। पुलिस और प्रशासन इस मामले में जांच कर रहे हैं और जल्द ही मालिक को पकड़ने का प्रयास किया जाएगा।
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सुरक्षा मानकों पर सवाल
इस घटना ने औद्योगिक सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल उठाए हैं। गोदाम में पटाखों के भंडारण और निर्माण की अनुमति कैसे दी गई, इस पर भी जांच की जा रही है।