• Advertise
  • Privacy & Policy
  • Contact
Saturday, May 31, 2025
  • Login
पंचायती टाइम्स
  • पंचायती टाइम्स
  • भारत
  • राज्यों से
  • कृषि समाचार
  • खेल
  • जुर्म
  • पंचायत
  • दुनिया
  • मनोरंजन
  • स्वास्थ्य
  • IFIE
  • बिज़नेस
    • नई तकनीकी
    • ऑटोमोबाइल
  • शिक्षा / जॉब
  • English
  • पंचायती टाइम्स
  • भारत
  • राज्यों से
  • कृषि समाचार
  • खेल
  • जुर्म
  • पंचायत
  • दुनिया
  • मनोरंजन
  • स्वास्थ्य
  • IFIE
  • बिज़नेस
    • नई तकनीकी
    • ऑटोमोबाइल
  • शिक्षा / जॉब
  • English
No Result
View All Result
पंचायती टाइम्स
  • पंचायती टाइम्स
  • भारत
  • राज्यों से
  • कृषि समाचार
  • खेल
  • जुर्म
  • पंचायत
  • दुनिया
  • मनोरंजन
  • स्वास्थ्य
  • IFIE
  • बिज़नेस
  • शिक्षा / जॉब
  • English
Home धर्म

कामाख्या मंदिर घोटाला: ED ने ₹7.62 करोड़ गबन का खुलासा किया

कामाख्या मंदिर घोटाला: प्रवर्तन निदेशालय (ED), गुवाहाटी ज़ोनल कार्यालय ने कामाख्या मंदिर घोटाले का खुलासा किया है। मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत की गई जांच में पाया...

Gautam Rishi by Gautam Rishi
24 January 2025
in धर्म, भारत
0
कामाख्या मंदिर घोटाला: ED ने ₹7.62 करोड़ गबन का खुलासा किया - Panchayati Times

Share on FacebookShare on Twitter

कामाख्या मंदिर घोटाला: प्रवर्तन निदेशालय (ED), गुवाहाटी ज़ोनल कार्यालय ने कामाख्या मंदिर घोटाले का खुलासा किया है। मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत की गई जांच में पाया गया कि 2003 से 2019 के बीच बोर्ड के अधिकारियों द्वारा लगभग ₹7.62 करोड़ का गबन किया गया था।

नीलाचल पहाड़ी पर स्थित कामाख्या मंदिर देवी कामाख्या, शक्ति के अवतार को समर्पित है। यह हिंदुओं के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थल है और विशेष रूप से अंबुबाची मेले के दौरान हर साल लाखों श्रद्धालु यहां आते हैं। इसकी सांस्कृतिक और धार्मिक महत्ता इसे किसी भी वित्तीय कुप्रबंधन का अत्यधिक संवेदनशील मुद्दा बनाती है।

कामाख्या मंदिर घोटाला: ED ने ₹7.62 करोड़ गबन का खुलासा किया - Panchayati Times

ईडी के बयान के अनुसार, इस घोटाले में कामाख्या मंदिर के लिए निर्धारित धनराशि का दुरुपयोग किया गया, जिसमें विद्युत सामग्री, सीमेंट, सफाई रसायन, श्रमिकों और अन्य सेवाओं की आपूर्ति के लिए फर्जी कंपनियों को ठेके दिए गए। इसके अलावा, अधिकारियों ने डिप्टी कमिश्नर से ₹50,000 से अधिक के खर्चों के लिए पूर्व-अनुमोदन की अदालत-निर्देशित प्रक्रिया से बचने के लिए बड़े बिलों को छोटे-छोटे हिस्सों में बांट दिया।

यह जांच गुवाहाटी की अपराध जांच विभाग (CID) द्वारा भारतीय दंड संहिता (IPC), 1860 के तहत दर्ज एक प्राथमिकी (FIR) से शुरू हुई थी। इसके तहत ईडी ने दिवंगत रिजु प्रसाद शर्मा (पूर्व प्रशासक, कामाख्या देबोत्तर बोर्ड), धीरज शर्मा और नबा कंता शर्मा के निवासों पर छापेमारी की। छानबीन के दौरान ईडी ने बोर्ड अधिकारियों और उनके परिवार के सदस्यों के नाम पर ली गई लगभग ₹1.82 करोड़ की बीमा पॉलिसियों को जब्त किया, साथ ही अचल संपत्तियों और व्यावसायिक संस्थाओं से संबंधित दस्तावेज भी बरामद किए।

छापेमारी के दौरान अधिकारियों को इस घोटाले से जुड़े व्यक्तियों के 27 से अधिक बैंक खातों की जानकारी भी मिली। ईडी मंदिर की निधियों के गबन की जांच को आगे बढ़ा रहा है।

इससे अलग, ईडी के कोचीन ज़ोनल कार्यालय ने PMLA, 2002 के तहत एर्नाकुलम और इडुक्की जिलों में ₹7.94 करोड़ की चल-अचल संपत्तियों को अनंतिम रूप से कुर्क कर लिया है। यह मामला शेल्जी जॉर्ज (डिप्टी मैनेजर, टी डिवीजन, SUPPLYCO) और अन्य के खिलाफ है। सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा दर्ज प्राथमिकी में पाया गया कि हेलीबुरिया टी एस्टेट्स लिमिटेड और शेल्जी जॉर्ज ने चाय बोर्ड द्वारा आयोजित ई-नीलामी में हेरफेर करने की साजिश रची थी। उन्होंने फर्जी कंपनियों के माध्यम से चाय की कीमतें बढ़ा दीं, जिससे SUPPLYCO को ₹8.91 करोड़ का नुकसान हुआ।

कामाख्या देबोत्तर बोर्ड: 

कामाख्या देबोत्तर बोर्ड असम के गुवाहाटी में स्थित भारत के सबसे प्रतिष्ठित शक्तिपीठों में से एक, कामाख्या मंदिर के प्रबंधन के लिए गठित एक प्रशासनिक निकाय था। इसका मुख्य उद्देश्य मंदिर के सुचारू संचालन, वित्तीय प्रबंधन और धार्मिक अनुष्ठानों की देखरेख करना था।

बोर्ड की प्रमुख जिम्मेदारियां:

मंदिर प्रबंधन: दैनिक पूजा, त्योहारों और मंदिर परिसर के रखरखाव की निगरानी।
वित्तीय प्रशासन: दान, चढ़ावे और अन्य आय स्रोतों का प्रबंधन।
संपत्ति प्रबंधन: मंदिर की अचल संपत्तियों, निधियों और अन्य संसाधनों की देखरेख।

बोर्ड का पतन और भंग होना:

समय के साथ बोर्ड पर वित्तीय कुप्रबंधन, भ्रष्टाचार और प्रशासनिक अक्षमता के आरोप लगते रहे। मंदिर निधियों के दुरुपयोग, दान राशि की हेराफेरी और संदेहास्पद खर्चों को लेकर गंभीर चिंताएँ उठीं। जनता और कानूनी दबाव के चलते अंततः कामाख्या देबोत्तर बोर्ड को भंग कर दिया गया और मंदिर का प्रबंधन “मां कामाख्या देवालय” नामक एक नए निकाय को सौंप दिया गया, जिसे पारदर्शिता और जवाबदेही बहाल करने के उद्देश्य से गठित किया गया था।

यह भी पढ़ें: JPC में वक्फ बिल पर जोरदार हंगामा हुआ, निशिकांत दुबे का आरोप- बोलने नहीं दिया

author avatar
Gautam Rishi
See Full Bio
Tags: EDकामाख्या मंदिरकामाख्या मंदिर घोटालाप्रवर्तन निदेशालय
Previous Post

JPC में वक्फ बिल पर जोरदार हंगामा हुआ, निशिकांत दुबे का आरोप- बोलने नहीं दिया

Next Post

UPSC Exam के नियमों में सरकार ने किए बदलाव, अप्लाई करने से पहले पढ़ लें ये नोटिफिकेशन

Gautam Rishi

Gautam Rishi

Related Posts

अयोध्या: इन जगहों पर अब नहीं मिलेगा नॉनवेज, सीएम योगी का निर्देश - Panchayati Times
धर्म

अयोध्या: इन जगहों पर अब नहीं मिलेगा नॉनवेज, सीएम योगी का निर्देश

30 May 2025
all you need to know about Water Metro, Kochi-Like Water Metro Coming To Other Cities Soon?
नई तकनीकी

अब पानी में भी चलेगी मेट्रो, देश के इन 21 शहरों में जल्द शुरू होगी परियोजना; जानें- क्या है वाटर मेट्रो

30 May 2025
Court convicted three accused in the murder of Ankita Bhandari of Uttarakhand
जुर्म

Ankita Bhandari Case: अंकिता भंडारी हत्याकांड में कोर्ट का बड़ा फैसला, तीनों आरोपी दोषी करार

30 May 2025
PM Modi lays foundation stone of City Gas Distribution project for West Bengal districts
ब्रेकिंग न्यूज़

वेस्ट बंगाल में आतंकियों पर गरजे PM, ‘हमारी बहनों का सिंदूर मिटाने का दुस्साहस किया और हमने..

29 May 2025
Delhi-NCR Weather Updater There will be rain with thunderstorm again in Delhi-NCR today,
कृषि समाचार

Delhi-NCR में आंधी-तूफान के लिए हो जाएं तैयार! IMD ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट!

29 May 2025
1 जून से बदल जाएंगे ये 5 अहम नियम, जेब पर होगा सीधा असर - Panchayati Times
बिज़नेस

1 जून से बदल जाएंगे ये 5 अहम नियम, जेब पर होगा सीधा असर

30 May 2025
Next Post
upsc exam rules changed

UPSC Exam के नियमों में सरकार ने किए बदलाव, अप्लाई करने से पहले पढ़ लें ये नोटिफिकेशन

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

पंचायती टाइम्स

पंचायती टाइम्स नई दिल्ली, भारत से प्रकाशित ग्रामीण भारत की आवाज़ को ले जाने वाला एक डिजिटल समाचार पोर्टल है।

पंचायती टाइम्स एकमात्र ऐसा न्यूज पोर्टल है जिसकी पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने भी प्रशंसा करते हुए कहा था कि पंचायती टाइम्स न सिर्फ मीडिया धर्म निभा रहा है बल्कि अपनी सामाजिक जिम्मेदारियां भी निभा रहा है।

Follow Us

Browse by Category

  • English (32)
  • IFIE (251)
  • Uncategorized (31)
  • अजब-गजब (32)
  • ऑटोमोबाइल (16)
  • कृषि समाचार (152)
  • खेल (308)
  • जुर्म (180)
  • दुनिया (180)
  • धर्म (107)
  • नई तकनीकी (97)
  • पंचायत (140)
  • बिज़नेस (130)
  • ब्रेकिंग न्यूज़ (603)
  • भारत (1,848)
  • मनोरंजन (162)
  • राज्यों से (539)
  • लोकसभा चुनाव 2024 (199)
  • शिक्षा / जॉब (86)
  • स्वास्थ्य (68)

Recent News

पूर्व विधायक पर पृथ्वीगंज नगर पंचायत के अध्यक्ष से मारपीट का आरोप - Panchayati Times

पूर्व विधायक पर पृथ्वीगंज नगर पंचायत के अध्यक्ष से मारपीट का आरोप

30 May 2025
कर्नाटक: ग्रामीण इलाकों की अवैध संपत्तियों से वसूला जाएगा संपत्ति कर - Panchayati Times

कर्नाटक: ग्रामीण इलाकों की अवैध संपत्तियों से वसूला जाएगा संपत्ति कर

30 May 2025
  • Advertise
  • Privacy & Policy
  • Contact

© 2024 पंचायती टाइम्स. All Rights Reserved

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In
  • Login
  • पंचायती टाइम्स
  • भारत
  • राज्यों से
  • कृषि समाचार
  • खेल
  • जुर्म
  • पंचायत
  • दुनिया
  • मनोरंजन
  • स्वास्थ्य
  • IFIE
  • बिज़नेस
    • नई तकनीकी
    • ऑटोमोबाइल
  • शिक्षा / जॉब
  • English

© 2024 पंचायती टाइम्स. All Rights Reserved