चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनाव का एलान करने के साथ ही यूपी, बिहार, मध्यप्रदेश, राजस्थान समेत कई राज्यों के उप चुनाव का भी एलान कर दिया है। इसी बीच झारखंड हो या यूपी हर जगह इंडिया गठबंधन में गांठ पड़ता जा रहा है। प्रत्येक राज्य में इंडिया गठंधन के बड़े दल उस राज्य के छोटे दलों को समायोजित नहीं कर पा रहे हैं।
झारखंड में राजद के साथ नहीं बन पा रही बात
झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राजद में बात नहीं बन पा रही है। सीएम हेमंत सोरेन ने शनिवार को इंडिया गठबंधन की बैठक के बाद एक प्रेस वार्ता में एलान किया कि राज्य की 81 विधानसभा सीटों में से 70 सीटों पर जेएमएम और कांग्रेस लड़ेगी और बचे 11 सीटों पर राजद और वाम दल लड़ेंगे।
हेमंत सोरेन के एलान के बाद राजद ने आपत्ति जताए हुए कहा कि हम से बिना बात किये ही सीटों का एलान कर दिया गया है। हमें तीन या चार सीट मंजूर नहीं है। राजद ने कहा कि 12 सीटें मिलेंगी तभी हम साथ में लड़ेंगे, नहीं तो 18-19 सीटों पर हम अकेले लड़ेंगे और बांकी बचे सीटों पर हम कांग्रेस और जेएमएम को समर्थन देंगे।
झारखंड विधानसभा का चुनाव दो चरणों में 13 और 20 नवंबर और मतगणना 23 नवंबर को होगी। बीजेपी ने 66 सीटों के उम्मीदवारों का एलान कर दिया है।
महाराष्ट्र में भी इंडिया गठबंधन में अबतक नहीं बन पाई है बात
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का भी एलान हो चुका है। 20 नवंबर को मतदान होना है। एक तरफ बीजेपी ने 99 सीटों पर उम्मीदवारों का एलान कर दिया है। वहीं दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन के बीच सीटों का बंटवारा नहीं हो पा रहा है। सूत्रों के अनुसार 288 में से 258 सीटों पर सहमति बन गई है लेकिन 30 सीटों पर मामला फंसा हुआ है। इसके लिए तीनों दलों के शीर्ष नेता आपस में बैठकर फैसला करेंगे। आज शाम तक फैसला हो जाने की उम्मीद है।
सपा ने 12 सीटों पर महाराष्ट्र में ठोका दावा
सपा ने महाराष्ट्र में 12 सीटों पर दावा ठोका है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने चार सीटों पर उम्मीदवारों का एलान भी कर दिया। 1) मानखुर्द शिवाजी नगर से अबू आसिम आज़मी, 2) भिवंडी पूर्व से रईस शेख, 3) भिवंडी पश्चिम से रियाज आज़मी और 4) मालेगांव से शाने हिंद। महारष्ट्र सपा से प्रमुख ओर विधायक अबू आसिम आज़मी ने पिछले दिनों शरद पवार से मुलाकात कर कहा कि अभी वक्त की ज़रूरत है की महाविकास अघाड़ी मज़बूत हो, हरियाणा चुनाव के परिणाम महाराष्ट्र में दोहराए ना जाए इसका खास ध्यान रखने की जरूरत है। जिन सीटों की घोषणा सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी द्वारा की गई उन सीटों को उन्होंने स्वयं जांचा है, इन सीटों पर सपा के लड़ने की वजह और उनके जीतने का समीकरण विस्तार में शरद पवार को बताया गया। शरद पवार ने महाविकास अघाड़ी की बैठक में अबू आसिम आज़मी को बुलाकर इन मुद्दों पर निर्णय लेने का आश्वासन दिया है।
सपा महाराष्ट्र में जिन सीटों पर दावा ठोक रही है उसमें से दो सीट ऐसी है जहाँ से अभी कांग्रेस के विधायक है। आज की बैठक के बाद ही पता चल पाएगा कि सपा को कितनी सीटें मिल पाएगी। सबसे बड़ी बात यह है कि सपा ओर कांग्रेस दोनों को मुस्लिम वोट बैंक पर नजर है। इन सीटों पर कांग्रेस ओर एनसीपी किसी को भी टिकट दे देगी तो उसकी जीत तय है।
यूपी उपचुनाव में सपा, कांग्रेस को नहीं दे रही तरजीह
यूपी के 09 विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को उपचुनाव होने हैं। जिसमें से 07 सीटों पर सपा ने कांग्रेस को बिना बताए उम्मीदवारों का एलान कर दिया। कांग्रेस के लिए जिन दो सीटों को छोड़ी है सपा ने, उस पर न तो समाजवादी पार्टी ओर न ही कांग्रेस जीत सकती बीजेपी से। सपा ने कांग्रेस के लिए अलीगढ़ की खैर और गाजियाबाद सीट छोड़ी है। कांग्रेस सपा से पांच सीटों की मांग कर रही थी, जिसमें से उसे आशा थी कि तीन सीटों पर बात बन जाएगी।
कांग्रेस की ओर से यह भी कहा जा रहा है कि वह उपचुनाव से हट सकती है और सभी जगह सपा को समर्थन दे दें। हालांकि कांग्रेस की यह बात दवाब बनाने की रणनीति के तौर पर देखी जा रही है। कांग्रेस का कहना है कि अभी जो सीटें उसे मिल रही है, उसमें से एक भी सीट जीतने लायक नहीं है। कांग्रेस फूलपुर की सीट मांग रही है। इस सीट पर सपा पहले ही उम्मीदवार उतार चुकी है। अगर यह सीट कांग्रेस को मिल जाती है तो बात बन सकती है। फूलपुर की सीट कांग्रेस के लिए इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इस सीट का प्रतिनिधित्व जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी कर चुकी है।
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हरियाणा में भी नहीं बनी थी बात
हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी इंडिया गठबंधन के दलों में बात नहीं बनी थी। जिसका खामियाज़ा कांग्रेस को चुनाव हारकर भुगतना पड़ा। आम आदमी पार्टी और सपा हरियाणा में कांग्रेस से सीट मांग रही थी लेकिन कांग्रेस ने नहीं दी। आप ने 3-4 सीटों पर कांग्रेस को हानि पहुंचाया।