सीतामढ़ी लोकसभा चुनाव: क्या हो जब किसी पार्टी का प्रदेश नेतृत्व कहे की पार्टी के सबसे बड़े नेता तभी सभा करेंगे जब एक लाख रुपया पार्टी के लिए चंदा इकट्ठा किया जाय और उस पार्टी के सबसे बड़ा नेता कहे की जितना राशन उतना भाषण दूंगा। बात 3 अप्रैल 1982 की है। भाजपा के सबसे बड़े नेता अटल बिहारी वाजपेयी संगठन को मजबूत करने के लिए बिहार के दौरे पर थें। इसी क्रम में वे अप्रैल 1983 को सीतामढ़ी पहुंचे थे। अटल जी को भी पता था कि चंदा कितना इकट्ठा हुआ है। जिला स्तर के नेता ने अटल जी से आग्रह किया आप एक जनसभा को संबोधित करें। उन्होंने आग्रह को स्वीकार करते हुए कहा कि जितना राशन मिला है उतना भाषण दूंगा। इसके बाद अटल जी सीतामढ़ी के लक्ष्मी हाई स्कूल में सभा संबोधित किया।
. "*बुलावा आया*"
आदरणीय श्री अमित शाह जी गृह मंत्री, भारत सरकार
सुनील कुमार ’पिन्टू’
सांसद, सीतामढ़ी pic.twitter.com/4Q7k4gmyZO— Sunil Kumar Pintu MP Lok Sabha (@sunilkrpintu) February 20, 2024
सीतामढ़ी जिला का निर्माण कब हुआ?
सीतामढ़ी जिला का निर्माण 11 दिसंबर 1972 को हुआ। इससे पहले यह मुजफ्फरपुर जिले के अंदर आता था। सीतामढ़ी मां जानकी का जन्मस्थली है जिसके कारण पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना रहता है। सीतामढ़ी शहर के अंदर बने जानकी मंदिर लोगों के आस्था का केंद्र है। इसके साथ ही लगभग 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित पुनौरा धाम जहां मां जानकी का जन्म स्थान है वह भी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है।
आइए लौटते हैं वर्तमान राजनीतिक समीकरणों पर
अभी वर्तमान में सीतामढ़ी लोकसभा से जेडीयू के टिकट पर चुनाव लड़े सुनील कुमार पिंटू सांसद है। लेकिन इस बार वे जेडीयू से न लड़कर बीजेपी से चुनाव लड़ सकते हैं। सुनील कुमार पिंटू का वास्तविक पार्टी बीजेपी ही है। हुआ यूं कि 2019 में एक डॉक्टर साहब जिनका नाम अरुण है, को जेडीयू का टिकट मिला। उनपर यह आरोप लगा कि 10 करोड़ रुपया लेकर उनको टिकट दिया गया। सीतामढ़ी लोकसभा क्षेत्र के सभी पार्टियां खासकर एनडीए गठबंधन में शामिल बीजेपी और जेडीयू के नेताओं द्वारा उनका बहिष्कार किया गया। तब डॉक्टर साहब ने टिकट लौटा दी और बीजेपी से विधायक रहे सुनील कुमार पिंटू को टिकट दे दिया गया।
सीतामढ़ी लोकसभा चुनाव 2019 का नतीजा
जहां तक बात 2019 लोकसभा चुनाव के नतीजों की करें तो एनडीए गठबंधन में जेडीयू के टिकट पर चुनाव लड़े सांसद सुनील कुमार पिंटु को 5,67,745 वोट और दूसरे स्थान पर राजद के प्रत्याशी अर्जुन राय आए थें जिनको 3,17,206 वोट मिला था।
सांसद सुनील कुमार पिंटू ने संसद में कितने सवाल पूछे ओर कितने दिन उपस्थित रहें ?
सीतामढ़ी लोकसभा सांसद सुनील कुमार पिंटू ने संसद में पिछले पांच साल में 246 प्रश्न ओर 43 डिबेट में भाग लिया। सीतामढ़ी सांसद सुनील कुमार पिंटू की संसद में उपस्थिति 86% रही।
सुनील कुमार पिंटू ने अपने संसदीय क्षेत्र में सांसद निधि का कितना खर्च किया?
सांसद सुनील कुमार पिंटू सीतामढ़ी संसदीय क्षेत्र में अपने संसदीय फंड से 6.9107 करोड़ खर्च किया है। सरकार ने कुल 7 करोड़ रुपया जारी किया जिसमें से 0.265 करोड़ खर्च नहीं हुआ।
सीतामढ़ी लोकसभा का जातीय समीकरण
सीतामढ़ी लोकसभा क्षेत्र में सबसे अधिक यादव- 3.20 लाख, मुस्लिम-2.80 लाख, वैश्य- 2 लाख से अधिक, भूमिहार: 1.75 लाख, और कोई कोइरी जाति की संख्या भी लगभग 2 लाख है।
सीतामढ़ी लोकसभा क्षेत्र के 6 विधानसभा का क्या हाल है?
सीतामढ़ी लोकसभा क्षेत्र में कुल 6 विधानसभा बथनाहा (बीजेपी), परिहार (बीजेपी), सुरसंड (जेडीयू), बाजपट्टी (राजद), सीतामढ़ी (बीजेपी) और रुनिसैदपुर (जेडीयू) आता है। कुल 6 विधानसभा में एनडीए के पास 5 और इंडिया गठबंधन के पास 1 सीटें हैं।
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सीतामढ़ी लोकसभा चुनाव 2024 में कौन लड़ेगा ?
सीतामढ़ी लोकसभा चुनाव 2024 में एनडीए गठबंधन में अगर यह सीट जेडीयू के खाते में ही रह जाती है तो वहां से वर्तमान सांसद सुनील कुमार पिंटू या विधान परिषद देवेश चंद्र ठाकुर लड़ेंगे। चर्चा यह भी है कि सुनील कुमार पिंटू को बगल की सीट शिवहर भी भेजा जा सकता है। शिवहर से हमेशा बीजेपी चुनाव लड़ती रही है। अभी वहां से बीजेपी से रमा देवी सांसद है। अधिक उम्र होने के कारण इस बार शिवहर से उनका टिकट कट सकता है। वही इंडिया गठबंधन से कौन लड़ेगा इसकी जानकारी अभी सामने नहीं आई है। इंडिया गठबंधन में यह सीट राजद के खाते में जाएगी। राजद की ओर से पिछली बार भी चुनाव लड़े अर्जुन राय इस बार भी चुनाव लड़ सकते हैं।