खेती करके बन सकते हैं आप लखपति. एक बार मैदान में उतरिये तो सही. शायद जो मजा आपको नुकरिया की महीने की सेलेरी में नहीं आएगा कभी, वो अपनी खेती की कमाई से आएगा. और हाँ, कमाई भी होगी जस्ट डबल खेती में.
ऐसा हुआ है और लगातार हो रहा है. खेती करके लोग लाखों कमा रहे हैं और शांति से जीवन जी रहे हैं. नौकरी की दौड़-भाग अनिश्चितता और भय के वातावरण में ब्लड प्रेशर बढ़ा के बीमार होने से बेहतर है खेती की जाए.चाहे वो खेती किसी भी चीज़ की हो.
उदाहरण के लिए, लौकी जैसी मामूली शरीफ सब्जी भी आपको लाख रूपये महीना कमाने का दम रखती है. हरियाणा में करनाल जिले के किसान हैं इरफान जिन्होंने सिर्फ एक एकड़ भूमि पर सब्जियां उगाकर क्षेत्र के लखपति किसानों की सूची में में अपना नाम दर्ज करवा लिया है.
और इरफान की सफलता का सीधा सा राज है लौकी. याने लौकी की खेती ने इरफ़ान को लखपति बना दिया है.
तकनीक से मिलनी होगी कदम-ताल
किसान आज के दौर में बहुत से बदहाल भी हैं लेकिन शायद उसका कारण उनका पिछड़ेपन वाला जीवन है. हो सकता है उनकी सोच में नयापन न हो या फिर उनके पास जानकारियों का अभाव हो. सरकार की योजनाएं और तकनीकी पहुँच उन्हें तरह तरह से सहायता दे सकती हैं. किन्तु लगता है किसान अभी वक्त की रफ्तार के साथ नहीं चल पा रहे हैं.
लौकी ने बनाया इरफ़ान को सफल किसान
हरयाणा के लखपति हो चुके किसान इरफ़ान की सफलता का राज लौकी की खेती भी है और खेती की दुनिया पर पूरा विश्वास भी है. इरफान ने कक्षा 10वीं तक पढ़ाई करने के बाद खेती की दुनिया में रख दिया था पहला कदम. खेती उनका पारिवारिक व्यवसाय है जिसको अब उन्होंने आगे बढ़ाया है.
एक एकड़ भूमि देती है एक लाख
अपनी मात्र एक एकड़ भूमि पर लौकी की खेती करके उन्होंने एक अच्छा मुनाफा कमाना शुरू कर दिया है. दो बच्चों के पिता इरफ़ान के अपने नौकर भी हैं जो उनकी खेती में सहायता करते हैं.
आम लोगों को शायद नहीं पता है कि लौकी की खेती साल में तीन बार की जाती है. लौकी की फसल को खरीफ, जायद और रबी के सीजन में उगाया जाता है.
आधुनिक तकनीक से करते हैं खेती
इरफान अपनी खेती के दौरान आधुनिक तकनीक उपयोग में लाते हैं. इस आधुनिक किसानी ने उनको आज एक सफल किसान बना दिया है. जहां एक तरफ इरफ़ान बुवाई के समय उन्नत किस्म के बीजों का प्रयोग करते हैं, वहीं दूसरी तरफ खेती के समय आधुनिक ट्रैक्टरों की सहायता भी लेते हैं.