छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ क्षेत्र में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच जबरदस्त मुठभेड़ हुई, जिसमें अब तक 26 नक्सलियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। इस कार्रवाई में एक जवान शहीद हुआ है, जबकि एक अन्य जवान घायल है, जिसकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है।
जिले के पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने जानकारी दी कि माओवादियों की गतिविधियों की सूचना मिलने के बाद जिला रिजर्व गार्ड (DRG) की टीमें — नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंडागांव से — संयुक्त रूप से नक्सल विरोधी अभियान पर रवाना की गई थीं। यह मुठभेड़ सुबह करीब 11 बजे शुरू हुई और अभी भी इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है।
उप-मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने इस ऑपरेशन को सुरक्षाबलों की एक “बड़ी उपलब्धि” बताया। उन्होंने कहा, “जवानों ने अदम्य साहस का परिचय दिया है। बड़ी संख्या में नक्सलियों को ढेर किया गया है। अंतिम सर्च ऑपरेशन में और भी अहम जानकारी सामने आ सकती है।”
गृह मंत्री विजय शर्मा ने संकेत दिए हैं कि मारे गए नक्सलियों में कुछ शीर्ष कमांडर भी शामिल हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि नारायणपुर, सुकमा और बीजापुर के कठिन इलाकों में डीआरजी के जवानों ने अभूतपूर्व शौर्य दिखाया है। मुठभेड़ स्थल से हथियार और अन्य सामग्री बरामद की जा रही है।
गृह मंत्री ने नक्सलियों से मुख्यधारा में लौटने की अपील करते हुए कहा, “केंद्र और राज्य सरकारें शांति चाहती हैं। हम गोली नहीं, बातचीत के पक्षधर हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय पहले ही यह संदेश दे चुके हैं कि माओवादियों को समाज की मुख्यधारा में आकर देश की सेवा करनी चाहिए।”
कर्रेगुट्टालू में 31 नक्सली ढेर
इससे पहले, छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के कर्रेगुट्टालू इलाके में भी एक बड़ा ऑपरेशन चलाया गया था, जो करीब 21 दिनों तक चला। 14 मई को समाप्त हुए इस अभियान में 31 नक्सली मारे गए और 150 से ज्यादा बंकरों को ध्वस्त किया गया। साथ ही एक देसी हथियार निर्माण फैक्ट्री को भी तबाह किया गया और बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री जब्त की गई।
2026 तक नक्सल मुक्त भारत का लक्ष्य
केंद्र सरकार ने वर्ष 2026 तक देश को नक्सलवाद से पूरी तरह मुक्त करने का लक्ष्य तय किया है। इसी के तहत छत्तीसगढ़, झारखंड और ओडिशा जैसे राज्यों में लगातार आक्रामक ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं, जिनके अब सकारात्मक परिणाम सामने आने लगे हैं।