Most Profitable Farming: खेती करने वाले और खेती न करने वाले भी अक्सर एक ही सवाल पूछते हैं – भारत में कौन सी खेती है सबसे ज्यादा कमाई देने वाली ?
Most Profitable Farming: सभी जानना चाहते हैं इस खेती के बारे में जिसमे होती है सबसे अधिक कमाई. सब जानना चाहते हैं इस खेती के बारे में और इससे होने वाले मुनाफे के बारे में भी.
एक खेती है जो उन खेतियों में शामिल है जो भारत में सबसे ज्यादा कमा कर देती है खेती करने वाले को. ये है चंदन की खेती जो किसान को करोड़ों का मुनाफा देती है. जिन जिन किसानो को इसके बारे में पता चला उन्होंने इसमें हाथ आज़माया और जोरदार पैसा कमाया.
हालांकि इसमें कुछ सावधानियां अत्यंत आवश्यक हैं जो कि हर किसी के लिए आसान नहीं हैं. फिर भी देखा गया है कि देश में बहुत से किसानों का रूझान इसकी ओर बढ़ा है. आइये हम जानते हैं कैसे इसकी खेती कर सकते हैं ताकि हो सके करोड़ों का मुनाफा.
ये है चंदन (Sandalwood) की खेती
Most Profitable Farming: भारत में पारंपरिक खेती किसानो की दुनिया की पहली पसंद है. लेकिन हाल के कुछ दशकों में थोड़ा बदलाव आया है.अब किसान पारम्परिक खेती से हट कर अलग तरह की फसलों की खेती भी कर रहे हैं. ये बदलाव किसानो के लिए फायदेमंद भी साबित हुआ है. अब जब किसानों का रूझान गैर पारंपरिक फसलों की तरफ बढ़ रहा है तो इसके साथ ही साथ उनकी कमाई भी बढ़ रही है. कुछ फसलेें हमारे देश में ऐसी हैं जिनसे किसानों को जोरदार कमाई होती है.
इन मोती कमाई वाली खेतियों में एक नाम है चंदन की खेती का जो किसानों को करोड़ों रुपये का मुनाफा देती है. वैसे तो अब तक चंदन की खेती अधिकतर भारत के दक्षिण के राज्यों में ही होती रही है लेकिन अब भारत के दूसरे राज्यों में भी इसकी खेती की जा रही है.
अब वक्त आ गया है ये जानने का कि किस तरह चंदन की खेती करके करोड़ों का लाभ कमाया जा सकता है.
इस तरह कीजिये चंदन की खेती
चंदन का साइंटिफिक नाम है पेरोकार्पस सैंटलिनस. इसके चार प्रकार के पेड़ होते हैं -लाल चंदन, सफेद चंदन, मयूर आयर चंदन और नाग चंदन. आमतौर पर बाजार में लाल चंदन की खासी मांग रहती है. भारत से बाहर भी लाल चंदन की खूब डिमांड में रहता है. लाल चंदन की खेती करने के सही जलवायु की बात की जाए तो जहां भी गर्म मौसम याने कि गर्म जलवायु है वही इस खेती के लिए सही जगह है.
अब अगर सही मिटटी की बात करें तो इसके लिए दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है. मिट्टी का पीएच मान साढ़े चार से साढ़े छह सही रहता है.
रोपाई के लिए सही समय
चंदन के पौधों की रोपाई के लिए सही समय मई से जून के महीनों का रहता है. किसी भी नरसरी में आपको चंदन का पौधा आसानी में सौ से डेढ़ सौ रुपये के बीच मिल जाएगा. खेत की अच्छे से जुताई के अगले चरण के रूप में मिट्टी को भुरभुरी कर लेना आवश्यक होता है. उसके अनन्तर आप मिट्टी को समतल कर लीजिये फिर पौधे लगाने के बाद उनमे खाद भर दीजिये. इन पौधों के पास पानी के निकास की व्यवस्था भी जरूरी है ताकि अधिक पानी से पौधे खराब न हो जाएँ.
इससे होती है करोड़ों की कमाई
वैसे तो चंदन की खेती में समय लगता है किन्तु इसका लाभ भी बहुत ख़ुशी देने वाला होता है. इस समय लेने वाली खेती के पेड़ जितने पुराने होते जाते हैं, उतनी ही अधिक उनकी कीमती बढ़ती जाती है. आज जब आप चंदन का एक पौधा 100 रुपये में लगाते हैं तो लगभग पंद्रह बाद वह दो लाख की कीमत का हो जाता है. यानी अगर आपने चंदन के सौ पेड़ लगाए हैं तो आपको पंद्रह साल बाद लगभग दो करोड़ की कमाई हो जायेगी.