महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का प्रचार जोड़ो पर है। 20 नवंबर को वोट डाला जाएगा। इसी बीच कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोयाबीन किसान का मुद्दा उठाया है। राहुल ने महाराष्ट्र के चिखली में सोयाबीन किसानों से मुलाकात की योजना बनाई थी, लेकिन विमान में तकनीकी समस्या के कारण वो वाहन नहीं पहुंच पाएं। राहुल ने ऑनलाइन किसानों से बात की।
राहुल गांधी को किसानों ने महाराष्ट्र में सोयाबीन और कपास की बढ़ती लागत और घटते दामों के कारण किस तरह की समस्याओं का सामना कर रहे हैं ये बताया। एक किसान ने बताया कि सोयाबीन के दाम रिकॉर्ड उपज के बावजूद MSP से नीचे, करीब 4,200 रुपये तक गिर गए हैं। खाद, बीज जैसी जरूरी चीजों की कीमतें दोगुनी हो चुकी हैं, जबकि फसल के दाम कम गए हैं।
महाराष्ट्र के किसान मुझे बता रहे थे कि
सोयाबीन उगाने की लागत: ₹4000/क्विंटल
सोयाबीन बेचने की कीमत: ₹3000/क्विंटल
किसानों का नुकसान: ₹1000/क्विंटल
आय दुगनी करना तो भूल जाइए, भाजपा ने किसानों को अपनी फसल लागत के तीन-चौथाई दर पर बेचने को मजबूर कर दिया है। pic.twitter.com/qkpK31qdRz
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 14, 2024
कपास किसानों ने भी राहुल गांधी से बात करते हुए यही स्थिति बताई, जहां 10,000 रुपये तक मिलने वाला दाम अब 6,000 रुपये तक गिर गया है। एक महिला ने बताया कि आत्महत्या के बाद अपने पति का कर्ज और तीन बच्चों की जिम्मेदारी कैसे अकेले निभा रही है, जबकि बढ़ती महंगाई उनकी जिंदगी और कठिन बना रही है। उनकी बातों में यही पीड़ा झलक रही थी कि नीतियां मुट्ठीभर अमीरों के पक्ष में हैं, जबकि मेहनतकश किसान अनदेखे रह जाते हैं।
भाजपा ने किसानों को फसल लागत के तीन-चौथाई दर पर बेचने को मजबूर कर दिया
राहुल गांधी ने एक्स पर कहा कि महाराष्ट्र के किसान मुझे बता रहे थे कि सोयाबीन उगाने की लागत: ₹4000/क्विंटल; सोयाबीन बेचने की कीमत: ₹3000/क्विंटल; किसानों का नुकसान: ₹1000/क्विंटल। आय दुगनी करना तो भूल जाइए, भाजपा ने किसानों को अपनी फसल लागत के तीन-चौथाई दर पर बेचने को मजबूर कर दिया है।
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सरकार बनते ही 3 लाख रुपये तक की कर्ज माफी
राहुल गांधी ने किसानों को भरोसा दिलाया कि महाविकास आघाड़ी सरकार बनते ही 3 लाख रुपये तक कर्ज माफी, महिलाओं के खातों में प्रतिमाह 3,000 रुपये और सोयाबीन व कपास के सही दाम सुनिश्चित करने जैसे कदम उठाएंगे, ताकि उन्हें उनके श्रम का उचित मूल्य मिल सके।