आज 18 जनवरी को राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा नागालैंड से असम पहुंची। उन्होंने नागालैंड और असम के बोर्डेर पर जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले साल कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक हमने भारत जोड़ो यात्रा, 4,000 किलोमीटर की यात्रा पूरी की। यात्रा की शुरुआत में लोगों ने सवाल पूछे, बीजेपी के लोगों ने कहा कि यात्रा का क्या फायदा है और भारत जोड़ो यात्रा ने हिंदुस्तान के पॉलिटिकल नेरेटिव को बदल दिया।
बीजेपी-आरएसएस देश में नफरत फैलाते हैं, एक धर्म को दूसरे धर्म से लड़ाते हैं और इनका लक्ष्य जनता को लड़ाने का है और फिर जनता का जो धन है, उसको लूटने का है। सीधी सी बात है। जब हमने कन्याकुमारी से कश्मीर तक यात्रा की, तो काफी लोग मेरे पास आए उन्होंने कहा, देखिए, आपने साउथ से नॉर्थ तो कर ली, मगर अब आपको ईस्ट से वेस्ट या वेस्ट से ईस्ट भी यात्रा करनी चाहिए। इसलिए हमने ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ मणिपुर से शुरु की और ये यात्रा मणिपुर, नागालैंड, असम से लेकर महाराष्ट्र तक जाएगी।
मणिपुर में सिविल वॉर जैसा माहौल बना हुआ
इस यात्रा का लक्ष्य हर धर्म को, हर जाति को, हिंदुस्तान की जनता को एक करने का तो है, मगर इसमें हमने न्याय शब्द भी जोड़ा है। क्योंकि हम मानते हैं कि देश में, हर प्रदेश में बीजेपी और आरएसएस अन्याय कर रहे हैं- आर्थिक अन्याय, सामाजिक अन्याय और राजनीतिक अन्याय। मणिपुर में आप जानते हैं, सिविल वॉर जैसा माहौल बना हुआ है, स्टेट बंटा हुआ है और प्रधानमंत्री आज तक मणिपुर नहीं गए।
हिंदुस्तान की सबसे भ्रष्ट सरकार असम में चलती है
नागालैंड में प्रधानमंत्री ने बड़े वायदे किए थे, फ्रेम वर्क, एग्रीमेंट नौ साल पहले उन्होंने साइन किया। नागालैंड के लोग आज पूछ रहे हैं कि फ्रेम वर्क, एग्रीमेंट का क्या हुआ, जो प्रधानमंत्री का वायदा था, उसका क्या हुआ? ऐसी ही चीजें असम में भी हो रही हैं, शायद हिंदुस्तान की सबसे भ्रष्ट सरकार असम में चलती है। आप लोग जानते हैं क्या हो रहा है असम में और आपके जो मुद्दे हैं, इनको हम भारत जोड़ो न्याय यात्रा के माध्यम से उठाएंगे।
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नागालैंड में बहुत अच्छा रिस्पांस मिला
राहुल गांधी ने नागालैंड के पीसीसी प्रेसिडेंट और नागालैंड की टीम को धन्यवाद करते हुए कहा कि आपने यात्रा को बहुत अच्छे तरीके से नागालैंड में चलाया, बहुत अच्छा रिस्पांस मिला और अब मुझे लगता है कि असम में वैसा ही रिस्पांस बहुत गहरा, प्यार भरा रिस्पांस हमें मिलेगा। आपने शंकर देव जी की बात की, ये यात्रा शंकर देव जी की विचारधारा की यात्रा है। जो उन्होंने कहा और जो असम का इतिहास है, हिस्ट्री है, उसी को हम फिर दोहरा रहे हैं। शंकर देव जी ने आपको रास्ता दिखाया था, सबको जोड़ने का काम किया था, अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी, उसी प्रकार से उसी रास्ते पर भारत जोड़ो न्याय यात्रा चलने जा रही है।
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