भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने आज मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक में रेपो रेट में 25 आधार अंकों (0.25%) की कटौती की घोषणा की है। इस कटौती के बाद, रेपो रेट 6.50% से घटकर 6.25% हो गया है। आरबीआई की यह महत्वपूर्ण निर्णय वित्तीय क्षेत्र में चर्चा का विषय बन चुका है, क्योंकि इससे ब्याज दरों में कमी आएगी, जिससे लोन पर ईएमआई (EMI) कम होगी।
रेपो रेट में कटौती के क्या हैं असर?
रेपो रेट में कमी का सीधा असर लोन की ब्याज दरों पर पड़ता है। इसका मतलब यह है कि अब होम लोन, कार लोन, पर्सनल लोन जैसे लोन सस्ते हो जाएंगे। इससे आम आदमी को राहत मिलेगी, खासकर उन लोगों को जिनकी ईएमआई बढ़ने के कारण परेशानियां बढ़ रही थीं। सोशल मीडिया पर लोग इस फैसले पर अपनी खुशी जाहिर कर रहे हैं, और इसे एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देख रहे हैं।
पहली बार संजय मल्होत्रा के नेतृत्व में रेपो रेट में कटौती
आरबीआई के गवर्नर के रूप में संजय मल्होत्रा के नेतृत्व में यह पहली बार है जब रेपो रेट में कटौती की गई है। खास बात यह है कि पिछले पांच वर्षों में यह पहली बार हुआ है कि आरबीआई ने रेपो रेट में कमी की है। इससे पहले, मई 2020 में रेपो रेट में कटौती की गई थी, जबकि फरवरी 2023 में इसमें 25 आधार अंकों की बढ़ोतरी की गई थी।
RBI ने क्यों किया रेपो रेट में कटौती?
आरबीआई ने आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने और निवेश को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से रेपो रेट में कटौती की है। यह कदम उभरती आर्थिक परिस्थितियों और बढ़ती महंगाई के बीच केंद्रीय बैंक की विकास को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इसके साथ ही, आरबीआई ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 6.7% के जीडीपी विकास दर का अनुमान भी जताया है और रिटेल इंफ्लेशन 4.2% रहने का अनुमान लगाया है।
टैक्स छूट के बाद अब EMI पर राहत
1 फरवरी को पेश हुए केंद्रीय बजट में मिडिल क्लास को टैक्स में बड़ी छूट दी गई थी, जिससे लोगों को राहत मिली थी। अब रेपो रेट में कमी के बाद, फिर से आम जनता को वित्तीय राहत मिल रही है। यह कदम सरकार की ओर से उठाए गए कई उपायों का हिस्सा है, जिनका उद्देश्य आर्थिक विकास को बढ़ावा देना और लोगों को महंगाई से राहत देना है।
20 लाख रुपये का होम लोन पर इतना का लाभ
अगर आपने 20 लाख रुपये का होम लोन लिया है, जिस पर 8.5 प्रतिशत ब्याज दर है और लोन का टेन्योर 20 साल है, तो वर्तमान में आपकी मासिक ईएमआई करीब 17,356 रुपये होगी। लेकिन, RBI द्वारा 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती के बाद ब्याज दर 8.25 प्रतिशत हो जाएगी। इस बदलाव के साथ, आपकी ईएमआई घटकर 17,041 रुपये हो जाएगी, यानी अब हर महीने आपको 315 रुपये की बचत होगी।
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आरबीआई द्वारा रेपो रेट में 0.25% की कटौती से ना सिर्फ लोन की ब्याज दरों में कमी आएगी, बल्कि इससे आर्थिक गतिविधियों को भी प्रोत्साहन मिलेगा। इस कदम का असर आम आदमी की जेब पर सीधे पड़ेगा, क्योंकि इससे लोन की ईएमआई कम हो जाएगी। अब यह देखना होगा कि आने वाले महीनों में इस निर्णय का समग्र अर्थव्यवस्था पर क्या प्रभाव पड़ता है।