पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के खिलाफ हुए यौन उत्पीड़न का मामला तूल पकड़ रहा है। संदेशखाली की महिलाऐं पीछे 5 दिन से विरोध प्रदर्शन कर रही है। महिलाओं का आरोप है कि तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां और उसका गिरोह अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों के जमीन पर कब्ज़ा कर लेते हैं एवं काम उम्र के लड़ियों को जबरन पकड़ कर यौन उत्पीड़न करते हैं।
राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने संदेशखाली केस पर स्वतः संज्ञान लिया
संदेशखाली में हुए महिलाओं के उत्पीड़न एवं जबरन जमीन कब्जाने पर राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने स्वतः संज्ञान लेते हुए प्रशासन ने क्या करवाई की है उसकी तीन दिन के अंदर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है। पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव, महानिदेशक और पुलिस महानिरीक्षक और उत्तर 24 परगना के जिला मजिस्ट्रेट को संबोधित एक पत्र में पैनल ने पिछले कुछ दिनों में संदेशखाली की स्थिति पर एक समाचार रिपोर्ट का हवाला दिया।
कलकत्ता उच्च न्यायालय ने लिया स्वतः संज्ञान
कलकत्ता उच्च न्यायालय ने मंगलवार के संदेशखाली में बंदूक की नोक पर हुई महिलाओं से अत्याचार एवं उनके जमीन का जबरन हस्तांतरण पर स्वतः संज्ञान लिया है। न्यायमूर्ति अपूर्ब सिन्हा रॉय ने उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल को निर्देश देते हुए राज्य, वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को नोटिस जारी करने का आदेश दिया है। न्यायाधीश ने मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा है कि संदेशखाली में हुए महिलाओं के यौन उत्पीड़न, आदिवासियों की जमीन पर कब्जे करने की रिपोर्टों से वे बहुत दुखी और परेशान हैं।
अदालत ने निर्देश दिया कि राज्य, पुलिस महानिरीक्षक, बारासात रेंज के डीआईजी, पुलिस अधीक्षक और उत्तर 24 परगना जिले के जिला मजिस्ट्रेट को नोटिस जारी किया जाए। इसके साथ ही 20 फरवरी का डेट करवाई के लिए निर्धारित की। उन्होंने उच्च न्यायालय की सहायता के लिए अधिवक्ता जयंत नारायण चटर्जी को न्याय मित्र नियुक्त किया।
सोमवार को राज्यपाल ने पीड़ितों से की थी मुलाकात, विधानसभा में बीजेपी ने उठाया था मुद्दा
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने सोमवार को उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखालि में हुए इस घटना को लेकर दौरा किया था एवं पीड़ितों से मुलाकात कर उन्हें न्याय दिलाने का संकल्प दिया था। वहीं विधानसभा में संदेशखाली का मुद्दा भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने उठाया जिसपर करवाई करते हुए छह विधायकों को निलंबित कर दिया गया। संदेशखाली में महिलाएं पिछले पांच दिन से तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां और उनके कथित “गिरोह” की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सड़कों पर प्रदर्शन कर रही हैं।
यह भी पढ़ें: किसान आंदोलन : दिल्ली कूच कर रहे किसानों पर दागे गए आंसू गैस के गोले