कांग्रेस ने SEBI चीफ माधबी पुरी बुच पर बड़ा आरोप लगते हुए कहा है कि वह एक साथ तीन जगह से सैलरी ले रही थी। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि देश में शतरंज का खेल चल रहा है। आज हम उसी शतरंज के खेल के एक मोहरे के बारे में आपको बताएंगे और वो नाम है: माधबी पुरी बुच।
SEBI चीफ एक साथ इन तीन जगहों से ले रही थी सैलरी
कांग्रेस के मीडिया एवं प्रचार विभाग के चेयरमैन पवन खेड़ा ने कहा कि SEBI चीफ माधबी पुरी एक साथ तीन जगहों से सैलरी ले रही थी। उन्होंने कहा कि SEBI चीफ ICICI बैंक, ICICI प्रूडेंशियल और SEBI से एक साथ सैलरी ले रही थीं।
पवन खेड़ा ने कहा कि माधबी पुरी बुच 5 अप्रैल, 2017 से 4 अक्टूबर, 2021 तक SEBI में पूर्णकालिक सदस्य थीं। फिर 2 मार्च, 2022 को माधबी पुरी बुच SEBI की चेयरपर्सन बनीं। SEBI की चेयरपर्सन को नियुक्त करने वाली कैबिनेट में PM मोदी और अमित शाह शामिल हैं। SEBI की पूर्णकालिक सदस्य होते हुए रेगुलर इनकम ICICI बैंक से ले रही थीं, जो कि 16.80 करोड़ रुपए था। वे ICICI प्रूडेंशियल, ESOP और ESOP का TDS भी ICICI बैंक से ले रही थीं।
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ICICI को क्या सेवाएं दे रही थीं?
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने सवाल उठाते हुए कहा कि माधबी बुच मार्केट की रेगुलेटर हैं, SEBI की चेयरपर्सन हैं, तब भी वे ICICI बैंक से वेतन कैसे ले सकती हैं? 2017-2024 के बीच इन्होंने ICICI प्रूडेंशियल से 22,41,000 रुपए क्यों लिए? आखिर वह ICICI को क्या सेवाएं दे रही थीं?
कांग्रेस ने पीएम मोदी से पूछे ये सवाल:
1. प्रधानमंत्री जी, आप जब रेगुलेटरी बॉडी के प्रमुखों की नियुक्ति करते हैं, तो उनके लिए क्या उचित मानदंड रखते हैं?
2. क्या प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली ACC के सामने SEBI चेयरपर्सन की नियुक्ति से पहले/बाद में उनके बारे में ये चौंकाने वाले तथ्य आए थे?
3. क्या प्रधानमंत्री को पता था कि माधबी पुरी बुच SEBI के कार्यकाल में लाभ के पद पर होने के बावजूद ICICI से सैलरी ले रही थीं?
4. क्या प्रधानमंत्री को मालूम है कि SEBI की चेयरपर्सन/पूर्णकालिक सदस्य के रूप में ICICI के खिलाफ शिकायतों का निपटारा कर रही थीं और साथ ही ICICI से इनकम ले रहीं थीं?
5. SEBI की चेयरपर्सन/पूर्णकालिक सदस्य को ESOP प्रॉफिट ICICI छोड़ने के बाद भी क्यों मिलता रहा, क्या इस बारे में प्रधानमंत्री जानते थे?
6. प्रधानमंत्री को बताना चाहिए कि SEBI की चेयरपर्सन के बारे में इतने खुलासे होने के बाद भी उन्हें कौन बचा रहा है और क्यों?
माधबी पुरी बुच इस्तीफा दे
पवन खेड़ा ने कहा कि इसलिए हम जानना चाहते हैं कि आप SEBI की पूर्णकालिक सदस्य होने के बाद भी अपना वेतन ICICI से क्यों ले रही थीं? यह सीधे-सीधे SEBI के सेक्शन-54 का उल्लंघन है। इसलिए अगर माधबी पुरी बुच में थोड़ी भी शर्म होगी तो उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
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पवन खेड़ा ने ICICI बैंक से पूछे ये सवाल
• क्या ICICI ने किसी भी जगह SEBI के मेंबर को वेतन देने की बात सार्वजनिक की?
• ICICI सेबी की चेयपर्सन को सैलरी देने की आड़ में वह क्या सुविधा ले रहे थे?
• आखिर ICICI बैंक ने सालाना रिपोर्ट में यह जानकारी क्यों नहीं दी?
• ICICI बैंक ने ESOP के नियम का उल्लंघन कर इनको लाभ क्यों दिए?
उन्होंने SEBI से पूछते हुए कहा कि क्या ऐसी और भी कंपनियां हैं?, जिससे आप और आपके परिवार के सदस्य इस तरह के लाभ उठा रहे हैं।