मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का आज पहला बजट पेश हुआ। देश की वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के पिटारे से आम से लेकर खास लोगों के लिए कई सौगातें मिली हैं। आम बजट में जहां एक ओर रोजगार से जुड़े कई अहम फैसले लिए गए हैं वहीं, बजट में इनकम टैक्स स्लैब में छूट देकर मध्यम वर्ग का दिल जीतने की भी कोशिश की गई है।
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वित्तमंत्री ने किसानों, युवाओं, नौकरीपेशा लोगों के लिए भी कई बड़े एलान किए गए हैं। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, “जैसा कि अंतरिम बजट में उल्लेख किया गया है, हमें 4 अलग-अलग जातियों, गरीब, महिला, युवा और किसान पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। किसानों के लिए, हमने सभी प्रमुख फसलों के लिए उच्च न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा की है, जो लागत से कम से कम 50% मार्जिन के वादे को पूरा करता है। पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना को 5 साल के लिए बढ़ाया गया, जिससे 80 करोड़ से अधिक लोगों को लाभ हुआ।”
एक नजर में पढ़ें किसके लिए क्या सौगातें?
इन चीजों के दाम घटे
- सोना-चांदी सस्ता होगा।
- इंपोर्टेड ज्वैलरी प्लेटिनम पर कस्टम ड्यूटी घटेगी।
- कैंसर की दवाओं के दाम कम होंगे।
- मोबाइल-चार्जर के रेट घटे।
- मछली से बना भोजन सस्ता होगा।
- चमड़े से बनी वस्तुएं सस्ती होंगी।
- रसायन पेट्रोकेमिकल के दाम कम होंगे।
- एक्सरे मशीन और पीवीसी फ्लेक्स बैनर के भी दाम घटेंगे।
इनके दाम बढ़े
- सिगरेट के दाम बढ़ेंगे।
- हवाई जहाज से यात्रा करना महंगा होगा।
- प्लास्टिक का सामान और
- पेट्रोकेमिकल भी महंगा होगा।
टैक्स स्लैब में हुआ ये बदलाव
इस बार वित्त मंत्री ने आम आदमी यानि मध्यम वर्ग का भी ध्यान रखा है। वित्तमंत्री ने अपने बजट भाषण में स्टैंडर्ड टैक्स कटौती को 50 हजार रुपए से बढ़ाकर 75 हजार करने की बात कही।
कितनी आय पर कितना टैक्स?
- 0 से 3 लाख रुपए तक की सालाना आय पर कोई टैक्स नहीं देना होगा।
- 3 से 7 लाख रुपये तक की इनकम पर 5 फीसदी टैक्स लगेगा।
- 7 से 10 लाख रुपए तक आय वालों को 10 फीसदी इनकम टैक्स देना होगा।
- 10 से 12 लाख तक की आय वालों से 15 फीसदी।
- 12 से 15 लाख तक की इनकम वालों के लिए 20 फीसदी आयकर।
- 15 लाख से ऊपर की सालाना आय पर 30 फीसदी टैक्स।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, “सरकार 500 शीर्ष कंपनियों में 1 करोड़ युवाओं को इंटर्नशिप के अवसर प्रदान करने के लिए एक योजना शुरू करेगी, जिसमें 5000 रुपये प्रति माह इंटर्नशिप भत्ता और 6000 रुपये की एकमुश्त सहायता दी जाएगी।”
वहीं, बजट के बाद से प्रक्रियाएं भी आनी शुरू हो गई हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्रीय बजट पर कहा, “यह बजट दिशाहीन है, इसमें कोई विज़न नहीं है, सिर्फ राजनीतिक मिशन है, मुझे इसमें कोई रोशनी नहीं दिख रही, सिर्फ अंधेरा है… यह जनविरोधी, गरीबविरोधी बजट है, यह बजट जनसाधारण के लिए नहीं है। यह एक पार्टी को खुश करने के अनुरूप तैयार किया गया है, यह राजनीतिक पक्षपातपूर्ण बजट है’।