इंटरैक्टिव फोरम ऑन इंडियन इकॉनमी द्वारा आयोजित “चैंपियंस ऑफ चेंज महाराष्ट्र” सम्मान समारोह का आयोजन ग्रैंड हयात होटल, मुंबई में किया गया। भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश एवं राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के पूर्व अध्यक्ष न्यायमूर्ति के जी बालाकृष्णन के द्वारा सभी को सम्मानित किया गया। पुरस्कार चयन समिति के उपाध्यक्ष एवं सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश ज्ञान सुधा मिश्रा, इंटरैक्टिव फोरम ऑन इंडियन इकोनॉमी के अध्यक्ष अधिवक्ता श्री नंदन झा तथा पुरस्कार चयन समिति के सलाहकार के रूप में श्री श्याम जाजू (पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, भारतीय जनता पार्टी) उपस्थित रहें।
चैम्पियंस ऑफ़ चेंज महाराष्ट्र सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि एवं चयन समिति के अध्यक्ष, भारत के पूर्व मुख्यन्यायधीश न्यायमूर्ति केजी बालाकृष्णन ने कहा कि समाज में उदारता के प्रयास के लिए हरसंभव प्रयास करनी चाहिए। उन्होंने सम्मान समारोह को समाज में अच्छे कार्यों के लिए प्रेरणा बताया। उन्होंने कहा कि इन महानुभावों का सम्मान करना का मुझे अवसर मिला है। उन्होंने इंटरैक्टिव फोरम ऑन इंडियन इकॉनमी और उसके अध्यक्ष अधिवक्ता नंदन झा की प्रशंसा करते हुए कहा की वे समाज में अच्छा काम करने वालों को सम्मानित करके अच्छा काम कर रहे हैं। उन्होंने सभी सम्मानित लोगों को बधाई दी और कहा कि वे समाज में अच्छा काम करना जारी रखेंगे।
“चैंपियंस ऑफ़ चेंज महाराष्ट्र” पुरस्कार विजेताओं की सूची में श्री राम नाईक (19वां राज्यपाल, उत्तर प्रदेश एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री, भारत सरकार), जनरल मनोज मुकुंद नरवणे (पूर्व थल सेना प्रमुख, भारत), श्रीगौरी सावंत (ट्रांसजेंडर, सामाजिक कार्यकर्त्ता), पद्म भूषण श्री सुनील गावस्कर (भारतीय क्रिकेट कॉमेंटेटर, पूर्व खिलाड़ी), पद्म श्री मनोज बाजपेयी (भारतीय फिल्म अभिनेता), श्रीमती शिल्पा शेट्टी (भारतीय फिल्म अभिनेत्री), श्रीमती फराह खान (नृत्य एवं फिल्म निर्देशिका), श्री सोनू सूद (भारतीय फिल्म अभिनेता), श्री अर्जुन रामपाल, समाज कल्याण के क्षेत्र में श्री कृष्णा प्रकाश (आईपीएस), अंकित गुप्ता, आदित्य नायर, हर्ष गिरीश पटेल, रंजीत बिंद्रा, महेश रेड्डी, अंकित शर्मा, उमेश कुमार शर्मा को, स्वास्थ्य के क्षेत्र में डॉ संजय मंजलकर, डॉ रवि शिंदे, डॉ आलोक शर्मा, शिक्षा के क्षेत्र में प्रीति रेड्डी और खेल के क्षेत्र में हेतवी शाह शामिल हैं।
पूर्व थल सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने कहा कि मैं विनम्रता पूर्वक इस सम्मान को पूरे भारतीय थल सेना की तरफ से स्वीकार करता हूं तथा सभी जवानों और ऑफिसर्स के इच्छाशक्ति के नाम करता हूं।
मनोज बाजपेयी ने सम्मान पाने के बाद कहा कि न चाहते हुए भी हमारे जिंदगी के यात्रा में कुछ बदला तो वो अच्छाई के लिए बदला और अनजाने में बदला, इसका सारा श्रेय माता पिता, गुरु, प्रारब्ध को देता हूं।
वहीं शिल्पा शेट्टी ने कहा की परिवर्तन संसार का नियम है। मैं किसी से तुलना नहीं करती बल्कि खुद को बेहतर करती हूं।
पुरस्कार पाने के बाद सोनू सूद ने कहा कि सिनेमा की दुनिया बहुत छोटी है, असली दुनिया मेने कोरोना के समय देखी। इसके अलावा, उन्होंने अपनी मां से जुड़ा एक किस्सा सुनाते हुए कहा की मां कहा करती थी की सोनू एकबार मुठ्ठी खोल कर तो देख, तेरे हाथ की लकीर में किसी की जान बचाने की लिखी हुई है। उन्होंने कॉविड काल जुड़ा वाक्या भी सुनाया। उन्होंने कहा कि मां कहा करती थी की अपनी जिंदगी के कलम में लोगों के दुवाओं का सियाही भरता जा, अपने आप लोगों के पलको पर बैठ जाओगे।
इंटरैक्टिव फोरम ऑन इंडियन इकोनॉमी के अध्यक्ष एवं चैंपियंस ऑफ़ चेंज अवार्ड के संस्थापक अधिवक्ता नंदन झा ने कहा कि चैंपियंस ऑफ़ चेंज महाराष्ट्र वीर क्षत्रपति शिवाजी के प्रेरणा से लेकर शुरू की गई है। इसके साथ ही उन्होंने चयन प्रक्रिया के बारे में बताते हुए कहा कि पुरस्कार पाने वालों का चयन संवैधानिक जूरी के द्वारा की गई है जिसकी अध्यक्षता भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश एवं राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के पूर्व अध्यक्ष न्यायमूर्ति के जी बालाकृष्णन और उपाध्यकःता सुप्रीम कोर्ट की पूर्व जज न्यायमूर्ति ज्ञान सुधा मिश्रा द्वारा की गई है।
“चैंपियंस ऑफ़ चेंज पुरस्कार” इंटरैक्टिव फोरम ऑन इंडियन इकोनॉमी (IFIE) (भारत सरकार द्वारा प्रमाणित एक गैर लाभकारी संस्था 80G , 12A, 8A पंजीकृत) द्वारा आयोजित किया जात…