देश में एक तरफ लोकसभा चुनाव के लिए मतदान चल रहे हैं तो दूसरी ओर पंश्चिम बंगाल से एक खबर सामने आ रही है। पंश्चिम बंगाल की ममता सरकार को कलकत्ता हाईकोर्ट से बड़ा झटका लगा है। शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में ममता सरकार को निराशा हाथ लगी है।
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कलकत्ता हाईकोर्ट ने पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग पैनल द्वारा की गई स्कूल शिक्षक भर्ती को अमान्य घोषित कर दिया है। स्कूल शिक्षक भर्ती को रद्द करने के फैसले के बाद 23000 शिक्षकों की नौकरी खतरे में पड़ गई है। बता दें कि इस भर्ती में पांच से 15 लाख रुपए घूस लेने की बात सामने आई थी। जिसके बाद से इस मामले पर ईडी और सीबीआई दोनों की जांच चल रही थी। आज कोर्ट ने इस पर फैसला सुनाते हुए इस पैनल को रद्द कर दिया है। कलकत्ता हाईकोर्ट के जस्टिस देवांशु बसाक की बेंच ने आज ये फैसला सुनाया है।
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इनकी हो चुकी है गिरफ्तारी
बताते चलें कि इस घोटाले में पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी और शिक्षा विभाग के कई अधिकारी जेल की हवा खा रहे हैं।शिक्षकों को सैलरी भी लौटाने के आदेश पैनल रद्द करने के आदेश के साथ ही कोर्ट ने शिक्षकों को वेतन वापस करने के भी आदेश दिए हैं। कोर्ट ने कहा, ‘चार हफ्ते में 12 प्रतिशत ब्याज के साथ सैलरी लौटानी होगी। इसके लिए जिला अधिकारियों को 6 हफ्ते का समय दिया गया है। वहीं, स्कूल सेवा आयोग जल्द से जल्द नई भर्तियां भी करे।”
क्या है मामला?
पश्चिम बंगाल में 2014 में एक बड़ा घोटाला सामने आया था। जिसमें पश्चिम बंगाल स्कूल सर्विस कमिशन ने सरकारी स्कूलों के लिए शिक्षकों की भर्तियां निकाली थी। भर्ती की प्रक्रिया 2016 में शुरू हुई लेकिन जब रिजल्ट आया तो बड़ी गड़बड़ी सामने आई। जिसमें पाया गया कि जिन उम्मीदवारों के नंबर सबसे कम थे उनका नाम मेरिट लिस्ट में नाम सबसे ऊपर था। इसके अलावा मेरिट में नाम ना होने के बावजूद भी कई उम्मीदवारों को नौकरी मिली थी।