देशभर में तपती गर्मी से हाहाकार मचा हुआ है। बाहर निकलो तो सूरज की चिलचिलाती तपिश और घर पर रहो तो एसी के बिना काम ही नहीं चलता। प्रचंड गर्मी में पंखे या कूलर से भी राहत नहीं मिल रही है, ऐसे में एसी ही एकमात्र साधन है जिससे थोड़ी राहत मिल सकती है।
लेकिन, पिछले कई दिनों से देश के कई हिस्सों में एसी फटने की घटनाएं सामने आई हैं। जिससे लोगों के दिलों दिमाग में डर बैठ गया है।
दो दिन पहले राजस्थान में एक घर में AC बलास्ट होने से आग लग गई जिसके धुंए से दम घुटने के कारण एक दंपति की मौत हो गई। वहीं, कुछ दिन पहले नोएडा में सेक्टर 100 स्थित लोटस बुलेवर्ड सोसाइटी में गुरुवार को एक फ्लैट में एसी फट गया। इसकी वजह से फ्लैट में आग लग गई थी। ऐसी ही कई घटनाएं आए दिन देखने को मिल रही हैं।
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अब सवाल ये कि आखिर एसी में ब्लास्ट की वजह क्या है? क्या भीषण गर्मी की वजह से एसी आग पकड़ रही है या इसके पीछे कोई और वजह है?
एक्सपर्ट्स बताते हैं कि एसी ब्लास्ट होने के पीछे सिर्फ गर्मी को जिम्मेदार नहीं माना जा सकता है। इसके अलावा कई और भी कारण हैं जिन्हें इग्नोर नहीं किया जा सकता है।
एक्सपर्ट ने बताया कि, एसी की 42 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान को सह सकता है लेकिन इस समय देश के कई हिस्सों तापमान इससे ज्यादा है, इसलिए एसी को बीच बीच में बंद कर देना चाहिए। जब लगे कि कमरा थोड़ा ठंडा हो गया है रहने लायक तो एसी को भी आराम देना चाहिए।
वहीं, एक कारण ये भी हो सकता है कि कई बार टेक्नीशियन नाइट्रोजन डाल कर एसी की सफाई करता है। सफाई के तुरंत बाद अगर एसी ऑन कर देंगे तो आद लगने क चांसेज बढ़ जाते हैं। ऐसे में खास सावधानी बरतने की जरूरत होती है।
ढीले कनेक्शन या शॉर्ट सर्किट के कारण से भी एसी ब्लास्ट होते हैं। ढीले कनेक्शन या शॉर्ट सर्किट की वजह से सबसे ज्यादा एयर कंडीशनर खराब होते हैं यहां तक कि कई बार तो इसी वजह से इनमें ब्लास्ट भी हो जाता है।
ऐसे बरतें सावधानी
- एसी की वायरिंग में इस्तेमाल किया गया तार, प्लग, सॉकेट अच्छी क्वॉलिटी का होना चाहिए।
- वोल्टेज के फ्लक्चुएशन के कारण भी एसी में आग लग सकती है।
- एसी चलाते समय वोल्टेज का खास ध्यान रखें। कम और ज्यादा वोल्टेज दोनों ही स्थिति में एसी को बंद ही रखें। वोल्टेज जब स्थिर हो जाए तभी एसी ऑन करें।
- एसी के फिल्टर को समय-समय पर साफ करते रहें। फिल्टर में धूल जमने से एसी के एयरफ्लो पर लोड आता है और ओवरहीट हो जाता है। अधिकतर मामलों में आग लगने की वजह यही होती है।
- अगर आपका एसी का कंप्रेसर छत पर खुले में लगा है तो उसे शेड में रखें। इससे टेंपरेचर में कुछ डिग्री का तापमान कम होगा।
- एसी की समय-समय पर सर्विस करानी चाहिए।